
दिल्ली में 2020 के दंगों पर 5 साल की लंबी चुप्पी के बाद आखिरकार राउज एवेन्यू कोर्ट ने बीजेपी नेता कपिल मिश्रा के खिलाफ FIR दर्ज करने का आदेश दिया है। लेकिन अब आम आदमी पार्टी (AAP) इसे ‘न्याय की जीत’ से ज्यादा “देर आयद, दुरुस्त आयद” की मिसाल मान रही है। AAP के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कहा कि इस आदेश में कोई बहुत बड़ी बात नहीं है, लेकिन देश के मौजूदा हालात को देखते हुए यही बहुत बड़ी बात है।
“कम से कम इस्तीफा तो दे दो!”
सौरभ भारद्वाज ने बीजेपी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि “अब जबकि कोर्ट ने FIR का आदेश दे दिया है, तो कम से कम कपिल मिश्रा का इस्तीफा ही ले लो! या फिर बीजेपी खुद को कानून से ऊपर समझती है?” उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस को तो 2020 में ही यह काम कर देना चाहिए था, लेकिन कोर्ट को ही याद दिलाना पड़ा कि कानून अभी जिंदा है।
दिल्ली पुलिस की ‘नेत्रहीनता’ और ‘याद्दाश्त’
AAP नेता ने दिल्ली पुलिस की कार्यशैली पर तंज कसते हुए कहा,
“2020 में जब हाईकोर्ट के जज मुरलीधर ने पुलिस से पूछा कि कपिल मिश्रा पर FIR क्यों नहीं हुई, तो जवाब मिला – ‘हमें वीडियो नहीं दिखा!’”
इसके बाद जज साहब ने खुद कोर्ट में वीडियो चलवा दिया, जिसमें कपिल मिश्रा DCP के सामने ही हेट स्पीच देते नजर आए। इतना ही नहीं, उनके भाषण के तुरंत बाद ही पत्थरबाजी शुरू हो गई।
लेकिन जैसे ही जस्टिस मुरलीधर ने पुलिस को FIR का आदेश दिया, उसी रात उनका ट्रांसफर भी हो गया! भारद्वाज ने तंज कसते हुए कहा,
“ट्रांसफर की स्पीड देखिए! पुलिस की जांच भले ही 5 साल में हुई हो, लेकिन जस्टिस मुरलीधर का ट्रांसफर तो 5 घंटे में निपटा दिया गया।”
5 साल तक ‘ठंडे बस्ते’ में धूल फांकता केस
AAP नेता ने आरोप लगाया कि “मामले को जानबूझकर ठंडे बस्ते में डाला गया, ताकि धीरे-धीरे लोगों की याद्दाश्त कमजोर हो जाए।” उन्होंने कहा कि “लेकिन जनता भूली नहीं है, बल्कि अब और भी सवाल पूछ रही है – क्या बीजेपी में किसी भी नेता के खिलाफ FIR दर्ज करना इतना मुश्किल है?”
दिल्ली की बिजली कटौती पर भी AAP का वार
जब AAP नेता फार्म में थे, तो बिजली कटौती पर बीजेपी नेता आशीष सूद को भी आड़े हाथों ले लिया। उन्होंने सूद पर तंज कसते हुए कहा,
“अगर फेक अकाउंट्स ही बिजली कटौती की शिकायत कर रहे थे, तो वो चुनाव से पहले बीजेपी के लिए वोट क्यों मांग रहे थे?”
AAP नेता ने कहा कि “अगर आशीष सूद इतने ही परेशान हैं, तो अपना फोन नंबर दे दें, लोग उन्हीं को कॉल करके शिकायत कर लेंगे। कम से कम जनता को सही आदमी मिलेगा, जिससे जवाब मांग सके।”
BJP को जवाब देना होगा!
AAP का आरोप है कि बीजेपी के नेता “लोकतंत्र को खिलौना समझ बैठे हैं।” पहले कपिल मिश्रा दंगों में नाम आने के बावजूद 5 साल तक सुरक्षित रहे, अब बिजली कटौती की सच्चाई को फेक न्यूज बताकर जनता की परेशानी को नकारा जा रहा है।
“लेकिन अब जनता जवाब मांग रही है और जवाब देना ही पड़ेगा!”