गाजीपुर। बिजली विभाग द्वारा बकाया वसूली और एकमुश्त समाधान योजना के तहत जहां अभियान चलाया जा रहा है, वहीं कुछ बिजली कर्मी चोरी-छिपे अवैध रूप से लाइन जोड़ने में लिप्त पाए गए। इसी क्रम में 25 दिसंबर 2024 को गुप्त जांच के दौरान दो लाइनमैन, सुनील कुमार और सहायक लाइनमैन राम आशीष यादव, अवैध रूप से बिजली कनेक्शन जोड़ते रंगे हाथों पकड़े गए, जिसके बाद दोनों को बर्खास्त कर दिया गया।
कैसे पकड़े गए लाइनमैन?
विद्युत अधिशाषी अभियंता आशीष कुमार के निर्देश पर उपखंड अधिकारी ने शाम 5 से 7 बजे के बीच शहर में बिजली चोरी की जांच शुरू की। इस दौरान दोनों लाइनमैन को बिना किसी आधिकारिक आदेश के सीवर निर्माण कार्य में लगी ठेकेदार कंपनी से मिलीभगत कर मीटर बायपास कर अवैध रूप से बिजली जोड़ते हुए पकड़ा गया।
पहले भी मिले थे दोषी
अधिकारियों के मुताबिक, ये दोनों लाइनमैन पहले भी बकाए में विच्छेदित कनेक्शन अवैध रूप से जोड़ते हुए पकड़े गए थे, जिस पर उन्हें सख्त चेतावनी दी गई थी। लेकिन बार-बार गड़बड़ी करने के कारण इनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए बर्खास्त कर दिया गया।
बिजली विभाग की सख्ती
अधिशाषी अभियंता आशीष कुमार ने बताया कि दोनों कर्मियों के खिलाफ जांच के बाद बर्खास्तगी की सिफारिश की गई थी, जिसे प्रबंध निदेशक कार्यालय से अनुमोदन मिलने के बाद मेसर्स ग्रिड पॉवर सिस्टम द्वारा उन्हें सेवा से हटा दिया गया। उनके स्थान पर दो नए लाइनमैन की नियुक्ति की गई है।
बिजली चोरी पर कड़ी निगरानी
गाजीपुर नगर खंड में बिजली चोरी रोकने और बकाया वसूली को लेकर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। बिना भुगतान किए दोबारा कनेक्शन जोड़ने वाले उपभोक्ताओं पर धारा 138 बी के तहत मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। साथ ही, वसूली लक्ष्य पूरा न करने वाले लाइनमैनों पर भी कार्रवाई की जा रही है।