
गाजीपुर – आमघाट स्थित अभिनय अकादमी की गाजीपुर शाखा में तीन दिवसीय अभिनय कार्यशाला का सफलतापूर्वक समापन हुआ। इस कार्यशाला में गाजीपुर सहित अन्य जिलों से आए लगभग 30 नवोदित कलाकारों ने भाग लिया।
मुंबई से आए प्रसिद्ध एक्टिंग गुरु प्रशांत श्रीवास्तव ने कलाकारों को अभिनय की सबसे आवश्यक विद्या नव रस के बारे में विस्तार से बताया। साथ ही उन्होंने नाट्य शास्त्र में लिखित अभिनय की बारीकियों पर भी गहराई से चर्चा की। प्रशांत श्रीवास्तव ने कहा कि वर्तमान समय में स्कूली शिक्षा के साथ रचनात्मक कलाओं की शिक्षा भी जरूरी है, जिससे व्यक्ति का संपूर्ण विकास होता है और वह सिर्फ फिल्म या थिएटर तक सीमित नहीं रहता, बल्कि एक बेहतर नागरिक भी बनता है।
संस्था के निदेशक संजीव अरुण कुमार ने बताया कि अभिनय अकादमी गाजीपुर की एकमात्र ऐसी संस्था है, जहां अभिनय के साथ-साथ संगीत, गिटार, हारमोनियम, नृत्य और पेंटिंग की भी शिक्षा दी जाती है। उन्होंने कहा कि उनकी संस्था का उद्देश्य कम फीस में उच्च स्तरीय प्रशिक्षण देना है, ताकि स्थानीय विद्यार्थियों को बड़े शहरों में जाकर सीखने की जरूरत न पड़े।
कार्यशाला के अंतिम दिन प्रतिभागियों को देवेंद्र प्रताप सिंह (जिला सहायक अभियोजन अधिकारी), राजीव यादव (व्यवसायी, छत्तीसगढ़) और प्रशांत श्रीवास्तव (संस्थापक, अभिनय अकादमी मुंबई) द्वारा प्रमाण पत्र वितरित किए गए और उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी गईं। इस अवसर पर रजनीश मिश्रा, अंकित राय, विद्या शंकर पांडेय, सारंग राय, अमित शर्मा, अभिषेक, सुनील श्रीवास्तव समेत कई अन्य लोग उपस्थित रहे।