गाज़ीपुर। कासिमाबाद क्षेत्र के सोनबरसा में श्री रामलीला समिति द्वारा मंगलवार की रात रामलीला मंचन के दौरान नृत्य कार्यक्रम चल रहा था। इसी बीच सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एसडीएम लोकेश कुमार व क्षेत्राधिकारी शुभम वर्मा पुलिस बल के साथ पहुंचे। समिति का आरोप है कि क्षेत्राधिकारी ने पदाधिकारी मनोज श्रीवास्तव से अभद्र व्यवहार किया। इससे नाराज ग्रामीण व समिति सदस्य अगले दिन बुधवार को शिव-हनुमान मंदिर परिसर में इकट्ठा होकर सैकड़ों की संख्या में धरने पर बैठ गए।ग्रामीणों की मांग थी कि क्षेत्राधिकारी माफी मांगें या फिर उन्हें हटाया जाए, अन्यथा रामलीला का मंचन बंद कर दिया जाएगा। स्थिति बिगड़ते देख कोतवाली प्रभारी निरीक्षक नंदकुमार तिवारी मौके पर पहुंचे और धरना दे रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया। लगभग ढाई घंटे तक माहौल तनावपूर्ण रहा। अंततः क्षेत्राधिकारी की ओर से माफी मांगने के बाद मामला शांत हुआ और धरना समाप्त हो गया।धरना स्थल पर प्रभारी निरीक्षक ने स्पष्ट कहा कि रामलीला मंचन के दौरान किसी प्रकार के अश्लील गीत या नृत्य का प्रयोग नहीं होना चाहिए। समिति के पदाधिकारियों ने भी आश्वासन दिया कि धार्मिक गरिमा बनाए रखते हुए मंचन कराया जाएगा।इस मौके पर समिति अध्यक्ष महावीर प्रजापति, ब्लॉक प्रमुख मनोज गुप्ता, भूपेंद्र सिंह, आनंद मौर्य, प्रभु कुशवाहा, दया शंकर यादव, दीपक श्रीवास्तव, शिवजी गुप्ता, रणजीत श्रीवास्तव, बंधु गुप्ता समेत सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे। ग्रामीणों ने कहा कि रामलीला आस्था और मर्यादा का प्रतीक है, इसलिए इसके आयोजन में अनुशासन और शांति बनाए रखना सबकी जिम्मेदारी है।














