गाज़ीपुर – प्रधानमंत्री राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (आरकेवीवाई) के अंतर्गत आज 20 नवंबर 2025 को गाज़ीपुर जनपद में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम कृषि विज्ञान केंद्र, पी.जी. कॉलेज गाज़ीपुर में जनपदीय और तहसील स्तरीय कार्मिकों के लिए आयोजित हुआ। कार्यक्रम में जिला कृषि अधिकारी, भूमि संरक्षण अधिकारी, सहायक निदेशक मृदा परीक्षण/कल्चर वाराणसी, कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक, मंडल अध्यक्ष क्षेत्रीय भूमि परीक्षण प्रयोगशाला वाराणसी, वस्तु विषय विशेषज्ञ, कृषि विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारी, सहायक विकास अधिकारी (कृषि) एवं कृषि सखी उपस्थित रहे।कार्यक्रम का शुभारंभ सहायक निदेशक मृदा परीक्षण/कल्चर वाराणसी, राजेश कुमार राय ने किया। उन्होंने क्षेत्रीय कर्मचारियों को मृदा नमूना एकत्रीकरण की विधि, मृदा परीक्षण की प्रक्रिया तथा एसएचसी पोर्टल पर आधारित मृदा स्वास्थ्य कार्ड की उपयोगिता के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि मिट्टी में मुख्य एवं सूक्ष्म पोषक तत्वों की उपलब्धता जानने के बाद ही संतुलित उर्वरकों का प्रयोग करना चाहिए।इसी क्रम में जिला कृषि अधिकारी ने मृदा परीक्षण के महत्व पर जोर देते हुए ‘‘स्वस्थ धरा, खेत हरा’’ के सिद्धांत को अपनाने की अपील की। उन्होंने किसानों को जैविक खाद एवं संतुलित उर्वरक के उपयोग के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए। भूमि संरक्षण अधिकारी ने कहा कि मिट्टी का स्वास्थ्य खराब होने पर बिना परीक्षण के उर्वरकों का प्रयोग नहीं करना चाहिए।मंडलीय अध्यक्ष श्री सिंह उदयराज ने एसएचसी के माध्यम से मृदा नमूना एकत्र करने की विस्तृत जानकारी साझा की। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों—डॉ. डी.के. सिंह, डॉ. बी.के. सिंह, डॉ. शिव कुमार सिंह और डॉ. ओंकार सिंह—ने क्रमशः पौधों के पोषक तत्वों, सब्जियों में उर्वरक उपयोग, मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने तथा जीवांश कार्बन की मात्रा बढ़ाने पर उपयोगी जानकारी दी।अंत में सहायक निदेशक मृदा परीक्षण/कल्चर वाराणसी ने सभी उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। मंच संचालन का कार्य श्री सिंह उदयराज ने किया। कार्यक्रम सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।














