
मथुरा का श्री कृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह इलाका 6 दिसंबर को एक बार फिर से सुरक्षा के कड़े घेरे में रहेगा। इस दिन मथुरा में जहां सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रहेगी, वहीं एक हजार जवानों की तैनाती की जाएगी और ड्रोन से निगरानी की जाएगी। यह सब इस कारण हो रहा है क्योंकि अखिल भारत हिंदू महासभा की जिलाध्यक्ष मीरा ठाकुर ने विवादित स्थल पर जलाभिषेक करने का ऐलान किया है। उनके इस ऐलान के बाद मथुरा जिला पुलिस और प्रशासन ने अलर्ट मोड पर काम करना शुरू कर दिया है।
मथुरा में क्या हो रहा है?
6 दिसंबर, शुक्रवार को मथुरा के श्री कृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह इलाके में एक हजार जवान तैनात किए जाएंगे। साथ ही पुलिस के बिना वर्दी वाले कर्मी भी चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेंगे। ये सभी सुरक्षा अधिकारी हर गतिविधि पर नजर रखेंगे, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से बचा जा सके। इसके अलावा, ड्रोन कैमरों के जरिए पूरे क्षेत्र की निगरानी की जाएगी।
इस कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के कारण मथुरा पहुंच रहे पर्यटकों और स्थानीय लोगों में यह सवाल उठ रहा है कि श्री कृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह इलाके में इतनी कड़ी सुरक्षा क्यों की जा रही है। दरअसल, इस दिन हिंदूवादी नेता श्री कृष्ण जन्मभूमि पर लड्डू गोपाल की स्थापना और गंगाजल से शुद्धिकरण करने की परंपरा को निभाने के लिए जुटते हैं।
मीरा ठाकुर का ऐलान और प्रशासन की प्रतिक्रिया
आगरा महिला मोर्चा की अध्यक्ष और अखिल भारत हिंदू महासभा की जिलाध्यक्ष मीरा ठाकुर ने शुक्रवार को मथुरा के असली गर्भ गृह में लड्डू गोपाल की स्थापना करने और गंगाजल एवं यमुना के जल से शुद्धिकरण करने की योजना बनाई है। उनके इस ऐलान के बाद श्री कृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास के अध्यक्ष और हिंदूवादी नेता दिनेश शर्मा ने अपने देहरी पूजन के कार्यक्रम को रद्द कर दिया है।
यह ऐलान हिंदूवादी संगठनों के लिए एक संवेदनशील मुद्दा बन गया है, जिसके कारण प्रशासन को सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने की जरूरत महसूस हो रही है।
सोशल मीडिया और प्रशासन की सतर्कता
डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह और एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने मथुरा में शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से किसी भी तरह की नफरत फैलाने या माहौल बिगाड़ने का प्रयास करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
श्री कृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह के विवादित स्थल पर 6 दिसंबर को होने वाली घटनाओं पर प्रशासन की कड़ी नजर होगी, ताकि किसी भी तरह की अशांति से बचा जा सके।
निष्कर्ष
6 दिसंबर को मथुरा में श्री कृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह इलाके में सुरक्षा व्यवस्था की कड़ी निगरानी का उद्देश्य शांति बनाए रखना और किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचना है। प्रशासन ने इस दिन को लेकर सभी आवश्यक कदम उठाए हैं और किसी भी असमाजिक तत्व को कड़ी सजा देने की चेतावनी दी है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि इस दिन के बाद स्थिति कैसी रहती है और प्रशासन द्वारा की गई तैयारियां किस हद तक प्रभावी साबित होती हैं।