Saturday, August 2, 2025
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संसद में धक्कामुक्की: चंद्रशेखर आजाद ने अंबेडकर विवाद पर सभी दलों को दी नसीहत

Parliament Ruckus: गुरुवार (19 दिसंबर 2024) को संसद के मकर द्वार पर विपक्ष के प्रदर्शन के दौरान हुई धक्कामुक्की का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस घटना में बीजेपी के दो सांसदों के घायल होने के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। वहीं, आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के मुखिया और नगीना सीट से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।

क्या बोले चंद्रशेखर आजाद?

चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि वह इस घटना के दौरान संसद परिसर में मौजूद नहीं थे, इसलिए सीधे तौर पर कुछ कहना उनके लिए मुश्किल है। लेकिन उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा,

“यह समझदारी और जिम्मेदारी का सवाल है। जो लोग संसद में मौजूद हैं, वे जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि हैं। ऐसे में इस तरह की घटनाएं विचारों की बहस के स्थान पर धक्कामुक्की तक पहुंचना दुर्भाग्यपूर्ण है।”

अंबेडकर के कद पर बयान

चंद्रशेखर आजाद ने बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर के योगदान को रेखांकित करते हुए कहा,

“बाबासाहेब का कद इतना बड़ा है कि आज पक्ष और विपक्ष दोनों को उनकी बात करनी पड़ रही है। चाहे वे संविधान निर्माता हों, अर्थशास्त्री, पत्रकार, या समाज सुधारक, उनका योगदान अतुलनीय है। उन्होंने अपने परिवार तक का बलिदान देश के लिए दिया। यह खुशी की बात है कि आज उनकी विचारधारा पर चर्चा हो रही है।”

सरकार और विपक्ष को नसीहत

चंद्रशेखर आजाद ने दोनों दलों को नसीहत देते हुए कहा,

“बाबासाहेब का अपमान सिर्फ शब्दों से नहीं, बल्कि उन नीतियों से भी होता है जो उनके सपनों के खिलाफ जाती हैं। सरकारी शिक्षण संस्थानों का निजीकरण, ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ जैसे कानून, और संघीय ढांचे पर चोट करना भी अंबेडकर के विचारों के खिलाफ है।”

उन्होंने सभी दलों से अपील की कि अगर वे अंबेडकर की राजनीति कर रहे हैं, तो उनके सिद्धांतों का पालन करें।

“ऐसा कोई कदम न उठाएं जिससे उनके अनुयायियों को ठेस पहुंचे। बाबासाहेब किसी एक जाति या धर्म तक सीमित नहीं हैं।”

भविष्य के लिए चेतावनी

चंद्रशेखर ने अंत में कहा,

“अगर भविष्य में ऐसी घटनाएं दोहराई गईं, तो इसके राजनीतिक परिणाम गंभीर होंगे। सभी दलों को यह समझना होगा कि अंबेडकर का अपमान सिर्फ उनके विचारों की अनदेखी से नहीं, बल्कि उनकी विरासत को कमजोर करने वाले कदमों से भी होता है।”

इस बयान के बाद संसद परिसर में हुई घटना को लेकर बहस और तेज होने की संभावना है।

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VIKAS TRIPATHI
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VIKAS TRIPATHI भारत देश की सभी छोटी और बड़ी खबरों को सामने दिखाने के लिए "पर्दाफास न्यूज" चैनल को लेके आए हैं। जिसके लोगो के बीच में करप्शन को कम कर सके। हम देश में समान व्यवहार के साथ काम करेंगे। देश की प्रगति को बढ़ाएंगे।
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