
@vikas-tripathi – गुरुवार सुबह बिजली विभाग की टीम ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क के आवास पर छापा मारा। टीम ने उनके घर पर लगे बिजली उपकरणों और कनेक्शनों की जांच की। जांच में यह सामने आया कि उनके आवास पर आठ किलोवाट बिजली की खपत हो रही थी, जबकि वहां दो-दो किलोवाट के केवल दो कनेक्शन दर्ज थे।
बिजली चोरी और धमकी का आरोप
बिजली विभाग के वरिष्ठ इंजीनियर डीके गुप्ता के अनुसार, जांच टीम ने सुबह सांसद के घर पहुंचकर बिजली खपत का निरीक्षण करना चाहा, लेकिन सांसद और उनके परिजनों ने टीम को रोकने की कोशिश की। इस दौरान, बताया गया कि जेई (जूनियर इंजीनियर) ने ताले को खोलकर चेकिंग शुरू की। डीके गुप्ता ने यह भी आरोप लगाया कि सांसद ने जेई को धमकी दी।
जांच का निष्कर्ष और कार्रवाई
जांच में कुल 16.5 किलोवाट लोड दर्ज किया गया, जो उनके पंजीकृत कनेक्शनों की क्षमता से कहीं अधिक है। बिजली विभाग ने इसे गम्भीर अनियमितता मानते हुए जियाउर्रहमान बर्क और उनके पिता ममलुकुर्रहमान के खिलाफ प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज कराई है।
अगले कदम
बिजली मीटर की विस्तृत एमआरआई रिपोर्ट तैयार की जा रही है, और विभाग ने यह सुनिश्चित करने के लिए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है कि बिजली चोरी से संबंधित आरोपों की पूरी जांच हो।
पृष्ठभूमि
जियाउर्रहमान बर्क, संभल से सांसद हैं और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता माने जाते हैं। इस मामले ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है, और बर्क समर्थक इसे राजनीतिक षड्यंत्र करार दे रहे हैं।