राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य रविवार को पटना स्थित राबड़ी आवास, 10 सर्कुलर रोड से दिल्ली के लिए रवाना हो गईं। कुछ घंटे पहले ही उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपनी नाराज़गी खुलकर व्यक्त की थी। रवाना होने से पहले मीडिया से बातचीत में रोहिणी ने परिवार और पार्टी नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा कि अब उनका “कोई परिवार नहीं” है।
रोहिणी ने भावुक लहजे में कहा,
“मेरा कोई परिवार नहीं है। इन्हीं लोगों ने मुझे परिवार से निकाला है। इन्हें हार की जिम्मेदारी नहीं लेनी है। दुनिया सवाल कर रही है कि पार्टी का हाल इतना खराब क्यों हुआ?”
उन्होंने सीधे तौर पर संजय यादव, रमीज और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का नाम लेते हुए आरोप लगाया कि इन तीनों का ज़िक्र करते ही उन्हें घर से निकाल दिया जाता है, बदनाम किया जाता है और गाली दिलवाई जाती है।
रोहिणी ने आगे कहा,
“जब कार्यकर्ता चाणक्य से सवाल कर रहे हैं कि पार्टी नीचे क्यों जा रही है, तो जवाब देना चाहिए। लेकिन यहां सवाल पूछने पर ही सज़ा मिलती है। चप्पल उठाकर मार दिया जाता है।”
पार्टी और परिवार: दोनों जगह घमासान
बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद राजद के भीतर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। पार्टी और परिवार, दोनों जगह रस्साकशी तेज़ है। उसी माहौल में रोहिणी आचार्य ने राजनीति और परिवार—दोनों से दूरी बनाने का ऐलान कर दिया है। इसके लिए उन्होंने खुलकर संजय यादव और रमीज को जिम्मेदार ठहराया है।
#WATCH पटना, बिहार: RJD नेता रोहिणी आचार्य ने राजनीति छोड़ने पर कहा, “मेरा कोई परिवार नहीं है। उन्होंने ही मुझे परिवार से निकाला है। उन्हें जिम्मेदारी नहीं लेनी है… सारी दुनिया सवाल कर रही है कि पार्टी का ऐसा हाल क्यों हुआ है?…” pic.twitter.com/XcgyhKV8RA
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 15, 2025
संजय यादव से क्यों नाराज़ हैं रोहिणी?
छपरा लोकसभा सीट से हार के बाद से ही रोहिणी संजय यादव से असंतुष्ट बताई जाती रही हैं। तेज प्रताप यादव से जुड़े विवादों को लेकर भी उनकी नाराज़गी संजय यादव पर ही है। तेज प्रताप भी खुद को परिवार और पार्टी से अलग-थलग होने का दोष संजय यादव पर डालते आए हैं, जिन्हें वे “जयचंद” बताते हैं।
रोहिणी का मानना है कि
संजय यादव पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं और तेजस्वी यादव के बीच एक बाधा के रूप में खड़े हैं, जिसके कारण सही फ़ीडबैक और वास्तविक मुद्दे नेतृत्व तक नहीं पहुंच पा रहे।














