अयोध्या में 25 नवंबर को होने वाले भव्य ध्वजारोहण कार्यक्रम की तैयारियाँ अब अंतिम चरण में पहुँच चुकी हैं। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई विशिष्ट नेता और संत-महंत उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम की सुरक्षा और प्रबंधन को लेकर प्रशासन तथा पुलिस ने विशेष रणनीति तैयार की है।
सबसे खास बात यह है कि ध्वजारोहण के दौरान यूपी पुलिस खाकी वर्दी में नहीं, बल्कि सूट-बूट में नजर आएगी। इसके लिए राम मंदिर परिसर में तैनाती हेतु 500 से अधिक पुलिसकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
सीएम योगी ने लिया तैयारियों का जायजा
बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम जन्मभूमि परिसर में पहुँची तैयारियों का विस्तृत निरीक्षण किया। करीब दो घंटे तक उन्होंने ध्वजारोहण कार्यक्रम और प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर हुई व्यवस्थाओं की समीक्षा की। इस दौरान जिला प्रशासन के अधिकारी और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी भी मौजूद रहे।
पुलिसकर्मियों को मिल रहा विशेष प्रशिक्षण
अयोध्या पुलिस ने उच्च सुरक्षा स्तर सुनिश्चित करने के लिए विशेष प्रशिक्षण सत्र शुरू किया है। गुरुवार से राम जन्मभूमि परिसर में 500 से अधिक पुलिसकर्मियों—इंस्पेक्टर, सब-इंस्पेक्टर, कॉन्स्टेबल और महिला पुलिस—को ट्रेनिंग दी जा रही है।
कार्यक्रम के दौरान देशभर के अति विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति को देखते हुए सुरक्षा मानकों को और मजबूत किया जा रहा है। सभी पुलिसकर्मियों को विशेष ड्रेस कोड में तैनात किया जाएगा, जिससे वे आसानी से पहचाने जा सकें।
भौगोलिक स्थिति और आपातकालीन प्रोटोकॉल की ट्रेनिंग
पुलिसकर्मियों को राम जन्मभूमि परिसर की भौगोलिक संरचना, महत्वपूर्ण मार्गों, प्रवेश-निकास द्वारों और आपातकालीन प्रतिक्रिया व्यवस्था से अवगत कराया जा रहा है।
एसपी सुरक्षा बलराम चारी दुबे के अनुसार, “आईजी और एसएसपी के निर्देश पर ध्वजारोहण कार्यक्रम को देखते हुए पुलिसकर्मियों को चरणबद्ध तरीके से प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रथम चरण में ड्यूटी के बिंदुवार निर्देश दिए गए हैं और रिहर्सल भी कराई गई है।”
एएसपी देवेश चतुर्वेदी के नेतृत्व में प्रशिक्षण सत्र लगातार जारी है, जिसमें पुलिसकर्मियों को परिसर के हर हिस्से का दौरा कराया जा रहा है ताकि कार्यक्रम के दौरान वे पूरी सतर्कता के साथ अपनी जिम्मेदारी निभा सकें














