
नई दिल्ली/श्रीनगर/इस्लामाबाद – जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत का रुख एकदम स्पष्ट है – अब कोई नरमी नहीं बरती जाएगी। सरकार और सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता से साफ संकेत मिल रहे हैं कि भारत बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है। उधर पाकिस्तान की हालत डरी हुई है – राजनीतिक बयानबाजी से लेकर वायुसेना की हरकतों तक, हर स्तर पर बौखलाहट नजर आ रही है।
पिछले कुछ घंटों में जो चार अहम घटनाएं हुई हैं, उनसे साफ हो गया है कि भारत 2016 और 2019 जैसी सर्जिकल स्ट्राइक की तर्ज पर फिर से सीमा पार आतंकवाद को खत्म करने की दिशा में बढ़ सकता है। याद रहे, पिछली दो बार की कार्रवाई में भारत ने पाकिस्तान के 500 से ज्यादा आतंकियों को ढेर कर दिया था।
पाकिस्तान पर भारत की कार्रवाई के चार बड़े संकेत
1. गृहमंत्री अमित शाह की घाटी में आपात बैठक
पहलगाम हमले के तुरंत बाद गृहमंत्री अमित शाह खुद कश्मीर पहुंचे। उन्होंने वहां एलजी मनोज सिन्हा और सेना के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की। शाह ने कड़ा संदेश देते हुए कहा कि अब कोई नहीं बचेगा, और आतंक के सामने झुकना मुमकिन नहीं।
शाह ने घटनास्थल का भी दौरा किया, और अब सूत्र बता रहे हैं कि मौके की समीक्षा के बाद बड़ी रणनीति तैयार की जा रही है। यह भारत की निर्णायक कार्रवाई की ओर पहला ठोस कदम माना जा रहा है।
2. पीएम मोदी बिना पाकिस्तानी एयरस्पेस के लौटे भारत
हमले के वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब में थे। लेकिन उन्होंने तुरंत अपनी यात्रा रद्द की और बिना पाकिस्तान के एयरस्पेस से गुजरे भारत लौट आए। यह कदम पाकिस्तान के लिए एक सीधा संदेश था – अब चुप्पी नहीं, जवाब मिलेगा।
दिल्ली लौटते ही मोदी ने कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी की बैठक बुलाई है। यह समिति भारत की सबसे उच्चस्तरीय सुरक्षा समिति है, जहां बड़े सैन्य और कूटनीतिक फैसले लिए जाते हैं।
3. तीनों सेनाएं अलर्ट, रक्षा मंत्री की समीक्षा बैठक
हमले के तुरंत बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना, वायुसेना और नौसेना प्रमुखों के साथ बैठक की। तीनों सेनाओं ने सरकार को भरोसा दिलाया है कि वे किसी भी आदेश के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
सूत्रों के मुताबिक, वायुसेना की बालाकोट जैसी तैयारी एक बार फिर देखी जा रही है। पिछली बार भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में घुसकर 500 से ज्यादा आतंकवादियों को मारा था।
4. पाकिस्तान में डर और बयानबाजी का माहौल
भारत की संभावित कार्रवाई से पाकिस्तान में डर का माहौल साफ नजर आ रहा है:
- पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री फवाद चौधरी ने बयान दिया है कि अगर भारत हमला करता है तो वहां की सभी पार्टियां मिलकर इसका विरोध करेंगी।
- पाक रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने सफाई देते हुए कहा है कि हमले में पाकिस्तान का कोई हाथ नहीं है।
सैटेलाइट रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाक वायुसेना के विमान पूरी रात सीमा पर सक्रिय रहे। दो लड़ाकू विमानों को खुफिया जानकारी जुटाने के लिए तैनात किया गया है, जिससे पाकिस्तान की बेचैनी और स्पष्ट हो गई है।
क्या फिर दोहराया जाएगा इतिहास?
भारत ने 2016 (उड़ी हमला) और 2019 (पुलवामा हमला) के बाद सीमा पार कार्रवाई की थी। अब फिर वही हालात बनते नजर आ रहे हैं। इस बार भी देश की जनता का गुस्सा, राजनीतिक दृढ़ता और सेना की तैयारी – तीनों मिलकर एक बार फिर पाकिस्तान के आतंकी ढांचे को निशाना बना सकते हैं।
दुनिया की नजरें भारत पर, आतंकवाद को जवाब देने की घड़ी
28 मासूमों की शहादत ने भारत को झकझोर दिया है। अब भारत का संदेश साफ है – “अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा”। आने वाले कुछ दिन दक्षिण एशिया की सुरक्षा राजनीति को फिर से परिभाषित कर सकते हैं।

VIKAS TRIPATHI
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