
Saif Ali Khan, BJP Slams Farooq Abdullah’s Statement: बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान पर हुए हमले ने राजनीतिक विवाद को जन्म दे दिया है। इस मामले में बांग्लादेशी नागरिक की गिरफ्तारी के बाद घुसपैठियों पर बहस तेज हो गई है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने इस घटना पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि एक व्यक्ति के काम के लिए पूरे देश को दोषी नहीं ठहराया जा सकता।
बीजेपी का पलटवार: वोट बैंक की राजनीति का आरोप
फारूक अब्दुल्ला के बयान पर बीजेपी नेता तरुण चुघ ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “क्या फारूक अब्दुल्ला को घुसपैठिए और मेहनत के दम पर मशहूर हुए प्रवासी भारतीयों में फर्क नहीं पता? यह उनकी वोट बैंक की राजनीति और संकीर्ण मानसिकता को दर्शाता है।”
तरुण चुघ ने फारूक अब्दुल्ला पर प्रवासी भारतीयों के अपमान का आरोप लगाते हुए कहा, “वह पूरी दुनिया में प्रवासी भारतीयों की छवि खराब कर रहे हैं और उनकी तुलना बांग्लादेशी घुसपैठियों से कर रहे हैं। आखिर उनका घुसपैठियों से क्या रिश्ता है? वह उनकी वकालत क्यों कर रहे हैं?”
फारूक अब्दुल्ला का बयान: देश को दोषी ठहराना गलत
फारूक अब्दुल्ला ने अपने बयान में कहा, “मैं ऐसी घटनाओं के खिलाफ हूं और सैफ अली खान की सेहत के लिए दुआ करता हूं। लेकिन अगर किसी व्यक्ति ने हमला किया है, तो पूरे देश को दोषी नहीं ठहराया जा सकता। अगर कोई भारतीय ब्रिटेन में कुछ गलत करता है, तो क्या इसके लिए पूरे भारत को दोषी ठहराएंगे?”
उन्होंने अमेरिका का उदाहरण देते हुए कहा, “अमेरिका में भी कई अवैध भारतीय रहते हैं। राष्ट्रपति ट्रंप ने खुद इसके आंकड़े दिए हैं। क्या इसके लिए आप पूरे भारत को जिम्मेदार ठहराएंगे?”
घुसपैठियों पर नफरत का माहौल
सैफ अली खान पर हमले के आरोपी की गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश से आए लोगों के खिलाफ नफरत का माहौल देखा गया था। इस संदर्भ में फारूक अब्दुल्ला ने सवाल उठाते हुए कहा कि एक व्यक्ति की गलती के लिए पूरे समुदाय या देश को जिम्मेदार ठहराना सही नहीं है।
राजनीतिक विवाद जारी
इस बयान के बाद बीजेपी ने फारूक अब्दुल्ला पर निशाना साधते हुए इसे “आईएनडीआई गठबंधन की मानसिकता” का हिस्सा बताया। यह देखना दिलचस्प होगा कि सैफ अली खान पर हुए हमले के इस मामले में सियासत का यह सिलसिला कहां तक जाता है।