बीजेपी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस—तीनों ही दल चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक रहे हैं। इसी बीच कांग्रेस ने चुनाव व्यवस्था में धांधली का गंभीर आरोप लगाया है।
वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का आरोप
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने राज्य चुनाव आयुक्त को भेजे पत्र में दावा किया है कि निगम वार्ड 65—अशोक विहार के बूथ नंबर 13 पर एक ही व्यक्ति की फोटो 90 अलग-अलग मतदाताओं के नामों के साथ पाई गई है। उनका कहना है कि यह किसी सुनियोजित गड़बड़ी का स्पष्ट संकेत है।
वजीरपुर वार्ड में एक ही फोटो 91 बार दोहराई गई—कांग्रेस
अपने पत्र में देवेन्द्र यादव ने आगे आरोप लगाया कि वजीरपुर औद्योगिक क्षेत्र स्थित बूथ नंबर 13 में भी एक ही व्यक्ति की तस्वीर 91 मतदाताओं की जगह लगाई गई है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव प्रक्रिया की गंभीर अनदेखी और वोट चोरी का उदाहरण है।
“90 मजदूरों के वोट देने के अधिकार छीने जाएंगे”
यादव का कहना है कि संबंधित बूथ पर बड़ी संख्या में मजदूर वर्ग के लोग रहते हैं। ऐसे में 90 मतदाताओं की पहचान से छेड़छाड़ होने का अर्थ है कि उनके मताधिकार को साज़िश के तहत छीना जाएगा, जो न केवल अवैध है बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों के भी खिलाफ है।
उन्होंने इस मामले में संदिग्ध सीरियल नंबरों की सूची भी जारी की है।

अन्य वार्डों में भी धांधली की आशंका
कांग्रेस नेता ने कहा कि राहुल गांधी लगातार वोट चोरी के मुद्दे को उठाते रहे हैं, लेकिन चुनाव आयोग इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा। उन्होंने चेतावनी दी कि एक वार्ड में गड़बड़ी उजागर होने के बाद यह शक मजबूत होता है कि बाकी वार्डों में भी ऐसी अनियमितताएँ हो सकती हैं।
“अगर कार्रवाई नहीं हुई तो सड़कों पर उतरेंगे”
देवेंद्र यादव ने चुनाव आयोग से मांग की है कि सभी 12 उपचुनाव वाले वार्डों में मतदाता सूची की तत्काल समीक्षा की जाए और किसी भी तरह की धांधली को रोका जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि आयोग कार्रवाई नहीं करता है तो कांग्रेस को मतदाताओं के अधिकारों की रक्षा के लिए सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
30 नवंबर को मतदान, 3 दिसंबर को नतीजे
दिल्ली नगर निगम के मुंडका, शालीमार बाग-बी, अशोक विहार, चांदनी चौक, चांदनी महल, द्वारका-बी, दिचाऊं कलां, नारायणा, संगम विहार-ए, दक्षिण पुरी, ग्रेटर कैलाश और विनोद नगर—इन 12 सीटों पर 30 नवंबर को मतदान और 3 दिसंबर को मतगणना होगी।














