बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजद (RJD) और महागठबंधन (Grand Alliance) दोनों के भीतर सियासी तापमान चरम पर है। एक तरफ लालू परिवार में कलह गहराती जा रही है, वहीं दूसरी ओर, प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव के राघोपुर सीट से चुनाव लड़ने के ऐलान से राजनीतिक हलचल मचा दी है।
तेजस्वी पर परिवार और सहयोगियों का दबाव
राजद नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव इस समय कई ओर से घिरे हुए हैं।
बड़े भाई तेज प्रताप यादव, जिन्हें हाल ही में पार्टी से बेदखल किया गया, अब लगातार तेजस्वी पर व्यक्तिगत और राजनीतिक हमले कर रहे हैं।
बहन रोहिणी आचार्य भी सोशल मीडिया पर तेजस्वी के करीबी नेताओं पर सवाल उठाकर खुलकर नाराज़गी जता चुकी हैं।
पार्टी के दो विधायक — प्रकाश वीर (रजौली) और विभा देवी (नवादा) — ने चुनाव से ठीक पहले राजद और विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थामने की तैयारी कर ली है।
इन घटनाक्रमों के चलते महागठबंधन के भीतर असंतोष और असमंजस बढ़ता जा रहा है।
लालू परिवार में बढ़ती दरार
तेजस्वी यादव के परिवार में भी संग्राम खुलकर सामने आ गया है।
बड़े भाई तेज प्रताप ने नई पार्टी जनशक्ति जनता दल (JJD) बनाकर कई छोटे दलों से गठबंधन कर लिया है और लगातार तेजस्वी और कांग्रेस दोनों पर हमलावर हैं।
हाल में उन्होंने एक्स (Twitter) पर तेजस्वी यादव, मीसा भारती और हेमा यादव को अनफॉलो कर दिया। वे अब केवल पिता लालू प्रसाद, मां राबड़ी देवी और बहन राज लक्ष्मी यादव को ही फॉलो कर रहे हैं।
वहीं, रोहिणी आचार्य, जिन्होंने अपने पिता को किडनी दान देकर सुर्खियां बटोरी थीं, भी परिवार के भीतर नाराज़ चल रही हैं। उन्होंने तेजस्वी के करीबी सांसद संजय यादव को लेकर सोशल मीडिया पर तीखे सवाल उठाए थे। पिता लालू यादव के हस्तक्षेप के बाद उन्होंने भी पूरे परिवार को अनफॉलो कर दिया है।
लैंड फॉर जॉब केस पर टिकी निगाहें
राजनीतिक हलचल के बीच सोमवार को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में लैंड फॉर जॉब घोटाले से जुड़े मामले पर फैसला सुनाया जाएगा।
इस मामले में लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव तीनों आरोपित हैं। कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा था, जो अब सोमवार को सुनाया जाएगा। इस फैसले पर पूरे बिहार की निगाहें टिकी हैं।
महागठबंधन में सीट बंटवारे पर गतिरोध
चुनाव की तारीखें घोषित हो चुकी हैं, लेकिन महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर सहमति नहीं बन पाई है।
सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली में तेजस्वी यादव और राहुल गांधी के बीच जल्द ही बैठक होगी। तेजस्वी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सोनिया गांधी से भी मुलाकात कर सकते हैं।
कांग्रेस 70 सीटों की मांग कर रही है, जबकि सूत्रों का कहना है कि अब तक 55–60 सीटों पर सहमति बन चुकी है, और कांग्रेस संभवतः तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री चेहरा घोषित कर सकती है।
इधर, वीआईपी पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी ने 25 सीटों और उपमुख्यमंत्री पद की मांग रखी है। वहीं लेफ्ट पार्टियां भी जल्द सीट बंटवारे की घोषणा पर जोर दे रही हैं ताकि चुनावी तैयारी में देरी का असर परिणामों पर न पड़े।
प्रशांत किशोर की एंट्री से तेजस्वी की चिंता बढ़ी
तेजस्वी के लिए सबसे बड़ी चुनौती अब जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (PK) बनते जा रहे हैं।
किशोर ने संकेत दिया है कि वे तेजस्वी यादव के विधानसभा क्षेत्र राघोपुर से चुनाव लड़ सकते हैं।
“तेजस्वी यादव डरे हुए हैं। उन्हें दो सीटों से चुनाव लड़ने दें। राघोपुर में उनका हाल राहुल गांधी जैसा होगा, जो अमेठी हार गए थे,” — प्रशांत किशोर ने कहा।
प्रशांत किशोर लगातार लालू राज, तेजस्वी की शिक्षा और राजद की जातीय राजनीति पर निशाना साधते रहे हैं। उनका दावा है कि वे मुस्लिम, यादव और पिछड़े वर्गों के वोटबैंक में सेंध लगाने की तैयारी में हैं।
हाई-प्रोफाइल मुकाबले की ओर राघोपुर
तेजस्वी यादव तीसरी बार राघोपुर सीट से जीत की हैट्रिक लगाने की कोशिश में हैं — यह वही सीट है, जिसने लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी को विधानसभा भेजा था।
अगर प्रशांत किशोर मैदान में उतरते हैं, तो यह मुकाबला बिहार चुनाव का सबसे हाई-प्रोफाइल और चर्चित चुनावी संग्राम बन सकता है।