
आगरा: समाजवादी पार्टी के सांसद रामजीलाल सुमन द्वारा राणा सांगा को लेकर दिए गए विवादित बयान ने आगरा की सियासत में भूचाल ला दिया है। शनिवार को राणा सांगा की जयंती के अवसर पर करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने विरोध में रैली निकाली, जो देखते ही देखते प्रदर्शन में बदल गई। हालात काबू में लाने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।
करणी सेना का विरोध, हाईवे जाम
रैली के दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने हाईवे और एक्सप्रेसवे को जाम कर दिया। कई उपद्रवी हवा में हथियार लहराते भी नजर आए, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की, लेकिन जब बात नहीं बनी तो उन्हें तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग कर सड़क को खाली कराया गया।
करणी सेना का कहना है कि सपा सांसद रामजीलाल सुमन ने राणा सांगा जैसे ऐतिहासिक राष्ट्रनायक के लिए जो अपमानजनक टिप्पणी की है, उसके लिए उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
रामजीलाल सुमन का पलटवार: “बीजेपी करवा रही है ये सब”
इस पूरे विवाद पर सपा सांसद रामजीलाल सुमन ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा,
“आगरा में जो कुछ भी हुआ है, वो सब बीजेपी की साजिश है। हम शांति से अपनी बात कह रहे हैं। हमारी लड़ाई पीडीए की है और हम अखिलेश यादव के नेतृत्व में अभियान चलाएंगे। बीजेपी ध्यान भटकाने की राजनीति कर रही है।”
उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी पुलिस को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि वो अपने बयान पर अब भी कायम हैं।
केंद्रीय मंत्री एस.पी. सिंह बघेल का तीखा प्रहार
इस विवाद पर केंद्रीय मंत्री और आगरा से सांसद एस.पी. सिंह बघेल ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा:
“रामजीलाल सुमन ने राणा सांगा जैसे राष्ट्रवीर पर अपमानजनक टिप्पणी कर सभी राष्ट्रवादियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। जो व्यक्ति अपने पूर्वजों, जाति, धर्म और इतिहास का सम्मान नहीं करता, वो कभी आगे नहीं बढ़ सकता।”
बघेल ने दावा किया कि उन्होंने बाबरनामा सहित ऐतिहासिक दस्तावेजों का अध्ययन किया है, और राणा सांगा द्वारा बाबर को बुलाने का कोई प्रमाण नहीं है।
“राणा सांगा इब्राहिम लोदी को पहले ही दो बार हरा चुके थे। बाबर को बुलाने की बात तथ्यहीन है। इसलिए सपा सांसद को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए,” उन्होंने जोड़ा।