
नई दिल्ली।
पाकिस्तान में देर रात भारतीय सेना द्वारा किए गए जबरदस्त हमले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे “राष्ट्र के लिए गर्व का क्षण” बताया है। इस सुनियोजित जवाबी कार्रवाई की जानकारी प्रधानमंत्री ने कैबिनेट मीटिंग में साझा की, जहां मंत्रियों ने मेज़ थपथपाकर सेना और प्रधानमंत्री के नेतृत्व की सराहना क
‘ऑपरेशन सिंदूर’ की जानकारी कैबिनेट को दी गई
कैबिनेट सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी ने बीती रात हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की विस्तृत जानकारी मंत्रिपरिषद को दी। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ऑपरेशन से जुड़ी रणनीति और परिणामों को साझा किया। प्रधानमंत्री ने कहा,
“भारतीय सेना ने तय योजना के अनुसार बिना किसी चूक के यह मिशन पूरा किया है। देश को अपनी सेना पर गर्व है। यह कदम ज़रूरी था, क्योंकि पूरा देश हमसे कुछ करने की उम्मीद कर रहा था।”
कैबिनेट के सभी मंत्रियों ने एकमत होकर प्रधानमंत्री के निर्भीक नेतृत्व पर भरोसा जताया और इसे राष्ट्र हित में निर्णायक फैसला करार दिया।
25 मिनट में तबाह हुए 9 आतंकी ठिकाने
6-7 मई की दरम्यानी रात 1:05 बजे से लेकर 1:30 बजे तक चले इस करीब 25 मिनट के ऑपरेशन में भारत ने पाकिस्तान के भीतर लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों के 9 ठिकानों को निशाना बनाया।
इनमें लाहौर के पास मुरीदके में स्थित लश्कर का मुख्यालय और बहावलपुर में जैश का लॉन्चिंग पैड भी शामिल था। सूत्रों के मुताबिक, इस हमले में कम से कम 100 आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि की गई है।
सेना की महिला अधिकारी ने दी जानकारी
इस ऑपरेशन को लेकर हुई संयुक्त प्रेस वार्ता में भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी ने मीडिया को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह हमला पूरी तरह पहलवान के 22 अप्रैल के आतंकी हमले की प्रतिक्रिया में किया गया है।
पहलगाम हमला, जिसमें 26 निर्दोष लोगों को आतंकियों ने परिवार वालों के सामने बेरहमी से मार डाला था, पूरे देश को झकझोर गया था। मारे गए लोगों में एक नेपाली नागरिक भी शामिल थे।
भारत ने यह स्पष्ट संदेश दे दिया है कि आतंकवाद के हर वार का जवाब अब खामोशी से नहीं, दमदार कार्रवाई से मिलेगा। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ न केवल पाकिस्तान को चेतावनी है, बल्कि यह भारत के नए सैन्य दृष्टिकोण की मिसाल भी है – शांतिपूर्ण, लेकिन निर्णायक।