नोएडा (उत्तर प्रदेश): नोएडा के सालारपुर गांव में एक 80 वर्षीय बुजुर्ग की जमीन पर कब्जा करने के लिए भू–माफियाओं के बड़े गैंग द्वारा किए गए फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। आरोप है कि नोएडा, पंजाब, दिल्ली और मेरठ के कई लोगों ने मिलकर करोड़ों की इस जमीन को फर्जी दस्तावेज़ों के ज़रिए अपने नाम बैनामा करा लिया। इस पूरे फर्जीवाड़े में 30 से अधिक आरोपियों के नाम शामिल हैं।
गोरखपुर निवासी पवन जिंदल ने दर्ज कराई FIR
थाना सेक्टर-49 नोएडा में दर्ज एफआईआर के अनुसार, शिकायतकर्ता पवन जिंदल, निवासी राजेन्द्र नगर, गोरखपुर, ने बताया कि उनकी दादरी तहसील के ग्राम सालारपुर में करीब 61 बीघा जमीन साझेदारी में है, जिसमें से 14 बीघा जमीन उनके हिस्से की है। बाकी भूमि अशोक वाडिया और उनके परिवार के नाम थी।
पवन जिंदल ने पुलिस को दी गई शिकायत में कहा कि उन्हें जानकारी मिली कि कुछ लोगों ने साजिश के तहत उनकी जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार कर लिए और गोरखपुर के सब-रजिस्ट्रार कार्यालय से एक फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी बनवा ली।
फर्जी दस्तावेज़ों से कराया गया बैनामा
शिकायत के मुताबिक, सुरेश कुमार गोयल नामक व्यक्ति ने इस फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी के आधार पर जमीन का म्यूटेशन और बैनामा करा लिया। आरोप है कि इस दौरान जिंदल के नाम से किसी और व्यक्ति को खड़ा किया गया, ताकि दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षर कराए जा सकें। इसके अलावा बिना किसी वैध अधिकारी की अनुमति के फर्जी मुख्तयारनामा और इकरारनामा भी दाखिल किया गया।
तीन दर्जन लोगों पर मामला दर्ज
एफआईआर में कुल 30 से अधिक आरोपियों के नाम दर्ज हैं। इन आरोपियों में नोएडा के चर्चित भू-माफिया डॉ. जगमोहन गोयल, सुरेश कुमार गोयल, मदन लाल, नरेश कुमार, केवल कृष्ण, सुभाष चंद, सौरभ मित्तल, जयभगवान, राहुल कसाना, नरेश उर्फ सलीम, अनिल बब्बर, रजत मदान, निशांत मदान, सतीश मदान, सुरेंद्र कुमार मदान, मंजू बंसल, रंजन गुप्ता, लक्ष्मी देवी, अनिल वाडिया, संतोष कुमारी, मनोज चौहान, कृष्ण मित्तल, प्रदीप गुप्ता, सुमनलता, अलका गुप्ता, मुहम्मद कलीम, मुनेन्द्र चौहान और अन्य लोगों के नाम शामिल हैं।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि इन सभी ने मिलकर एक संगठित गिरोह बनाकर उनकी जमीन पर कब्ज़ा करने की साजिश रची।
जयभगवान का नाम आया सामने
एफआईआर में जिन प्रमुख नामों का उल्लेख है, उनमें जयभगवान का नाम भी सामने आया है। बताया जा रहा है कि जयभगवान, नरेश उर्फ सलीम और राहुल कसाना ने मौके पर जाकर जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया।
नोएडा पुलिस कर रही है जांच
थाना सेक्टर-49 पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, मामले में फर्जी दस्तावेज़ तैयार करने, साजिश रचने, धोखाधड़ी और सरकारी अभिलेखों में हेरफेर करने के गंभीर आरोप हैं।
जांच अधिकारी ने बताया कि पूरे प्रकरण में शामिल व्यक्तियों के बैंक ट्रांज़ेक्शन, भूमि दस्तावेज़ और सब-रजिस्टार कार्यालय के रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं।
पृष्ठभूमि: नोएडा में बढ़ रहे हैं भूमि घोटाले
नोएडा क्षेत्र में हाल के वर्षों में जमीन से जुड़े विवादों और फर्जीवाड़े के मामलों में तेज़ी आई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, कई गिरोह ऐसे हैं जो बुजुर्गों, बाहर रहने वाले मालिकों या साझे की जमीनों को निशाना बनाकर फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी बनवाते हैं और फिर बैनामा करा लेते हैं।
सालारपुर क्षेत्र में भी पिछले कुछ महीनों में कई अवैध बैनामा और कब्ज़े के मामलों में एफआईआर दर्ज की गई हैं।
शिकायतकर्ता की मांग: दोषियों पर सख्त कार्रवाई
पीड़ित पवन जिंदल ने प्रशासन से मांग की है कि इस जमीन घोटाले में शामिल सभी व्यक्तियों की संपत्ति जब्त की जाए और भू-माफिया गिरोह के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई हो।
(संपादकीय टिप्पणी)
हालांकि अब तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन पुलिस का कहना है कि जांच जारी है और आरोपियों की भूमिका के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।














