शिवमोगा (कर्नाटक): भारत के केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को कर्नाटक के शिवमोगा जिले में देश के दूसरे सबसे लंबे केबल-स्टेड ब्रिज सिंगडूर ब्रिज का भव्य उद्घाटन किया। यह ब्रिज शरवती नदी के बैकवाटर पर स्थित है और सागर तालुक के अंबारागोडलु तथा कलासावल्ली गांवों को आपस में जोड़ता है।
472 करोड़ की लागत से बना 6 किमी लंबा ब्रिज
गडकरी ने इस परियोजना को “इंजीनियरिंग की मिसाल” बताते हुए कहा कि यह पुल 472 करोड़ रुपए की लागत से तैयार हुआ है और इससे न केवल परिवहन में क्रांतिकारी सुधार होगा, बल्कि सिगंडूर चौदेश्वरी मंदिर और कोल्लूर मूकाम्बिका मंदिर जैसे धार्मिक स्थलों तक पहुंच भी सुगम होगी।
“यह ब्रिज केवल कर्नाटक ही नहीं, बल्कि भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास की कहानी में एक नया अध्याय जोड़ता है,” — नितिन गडकरी
परिवहन, पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को मिलेगा बढ़ावा
मंत्री ने कहा कि सिंगडूर ब्रिज के निर्माण से स्थानीय व्यापार, पर्यटन और रोजगार के अवसरों में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। यह पुल लंबे समय से चली आ रही कनेक्टिविटी की समस्या का समाधान करेगा और सागर व होसानगरा तालुक के सुदूरवर्ती गांवों के लिए जीवन रेखा बनकर उभरेगा।
📍Shivamogga, Karnataka
Inaugurated India’s second-longest cable-stayed bridge, the 6-kilometre-long Sharavathi Bridge, in the presence of Union Minister Shri @JoshiPralhad Ji, former Chief Minister of Karnataka Shri @BSYBJP Ji, MPs, MLAs, and senior officials today in… pic.twitter.com/bKArY5RkRC
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) July 14, 2025
मोबिलिटी में आएगा व्यापक सुधार
इस पुल की मदद से श्रद्धालु अब सिंगडूर चौदेश्वरी मंदिर तक बिना किसी बाधा के पहुंच सकेंगे, जबकि व्यापारी वर्ग को भी तेज और सुरक्षित परिवहन सुविधा उपलब्ध होगी।
उद्घाटन से पहले उठा राजनीतिक विवाद
इस बीच, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने कार्यक्रम को लेकर नाराजगी जताई है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि उन्हें उद्घाटन समारोह में शामिल होने का कोई आधिकारिक निमंत्रण नहीं मिला।
“मैंने नितिन गडकरी से फोन पर तारीख आगे बढ़ाने का अनुरोध किया था, लेकिन शायद बीजेपी नेताओं के दबाव में उन्होंने बिना सूचना के यह कार्यक्रम कर दिया।” — सीएम सिद्दारमैया
I was not consulted before finalising the Shivamogga National Highway projects' dedication & foundation ceremony on July 14th, despite my name being included.
Due to prior commitments in Vijayapura, I have written to Shri @nitin_gadkari requesting the event be rescheduled. pic.twitter.com/mrHHsVS0ma
— Siddaramaiah (@siddaramaiah) July 14, 2025
हालांकि, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस दावे को खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि 11 जुलाई 2025 को ही मुख्यमंत्री को उद्घाटन समारोह का आधिकारिक निमंत्रण भेजा गया था।
विकास के साथ सियासत भी जोरों पर
जहां एक ओर सिंगडूर ब्रिज कर्नाटक के बुनियादी ढांचे में ऐतिहासिक योगदान देने जा रहा है, वहीं दूसरी ओर उद्घाटन समारोह को लेकर उठे राजनीतिक विवाद ने कार्यक्रम की चमक पर थोड़ी धूल जरूर डाल दी है। फिर भी यह ब्रिज आने वाले वर्षों में राज्य की सामाजिक और आर्थिक प्रगति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।