
Narendra Modi cabinet meeting will be held tomorrow at Lok Kalyan Marg: दिल्ली विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में कैबिनेट की बैठक नए साल के पहले दिन बुधवार को होगी। इस बैठक को आगामी चुनावों के मद्देनजर बेहद अहम माना जा रहा है। चर्चा है कि केंद्र सरकार दिल्ली के लिए नई योजनाओं की घोषणा कर सकती है, जो सीधे तौर पर चुनावी समीकरणों को प्रभावित करेंगी।
मोदी कैबिनेट की बैठक और संभावित योजनाएं
बैठक सुबह 10:30 बजे लोक कल्याण मार्ग पर होगी। सूत्रों के अनुसार, बैठक में दिल्ली चुनाव पर रणनीतिक चर्चा के साथ, केंद्र सरकार राजधानी के लिए विकास योजनाओं का ऐलान कर सकती है। यह फैसला आप सरकार की हालिया घोषणाओं का जवाब माना जा रहा है, जिसमें पुजारियों और ग्रंथियों को ₹18,000 भत्ता देने जैसी योजनाएं शामिल हैं।
चुनावी तारीखों का इंतजार
दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग द्वारा जनवरी या फरवरी में कभी भी किया जा सकता है। चुनावी मैदान में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच सीधा मुकाबला होने की उम्मीद है।
फर्जी वोटर आईडी का मुद्दा
चुनाव से पहले फर्जी वोटर आईडी और रोहिंग्या-बांग्लादेशी वोटर्स को लेकर बीजेपी ने आरोप लगाए हैं। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने दावा किया कि राजधानी की वोटर लिस्ट में गड़बड़ियां की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि कई विधानसभा सीटों पर बाहरी लोगों को वोटर के तौर पर शामिल किया गया है।
पूर्वांचली वोटर्स पर BJP की नज़र
दिल्ली में पूर्वांचली वोटर्स का खासा दबदबा है। बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि उनकी पार्टी किसी भी कीमत पर पूर्वांचलियों का वोट सुरक्षित रखेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को वोटर लिस्ट में शामिल कर चुनावी धांधली की कोशिश कर रही है।
संजय सिंह की पत्नी का मामला
मनोज तिवारी ने आप नेता संजय सिंह की पत्नी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि संजय सिंह की पत्नी ने एक तरफ खुद को यूपी के सुल्तानपुर की वोटर बताया, तो दूसरी ओर दिल्ली में वोट डालते हुए नजर आईं। तिवारी ने इस मामले की जांच की मांग करते हुए चुनाव आयोग को पत्र लिखने की बात कही।
आप सरकार पर BJP के सवाल
बीजेपी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से यह सुनिश्चित करने की मांग की कि जो भी अधिकारी या नेता फर्जी वोटर लिस्ट में नाम जुड़वाने में शामिल हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो।
आप और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला
आम आदमी पार्टी ने जहां एक ओर नई योजनाओं की घोषणा कर जनता को लुभाने का प्रयास किया है, वहीं बीजेपी ने भ्रष्टाचार और फर्जी वोटिंग जैसे मुद्दों को उछालकर आप सरकार पर निशाना साधा है।
निष्कर्ष
दिल्ली चुनाव से पहले सियासी गर्मी अपने चरम पर है। मोदी कैबिनेट की बैठक से जहां केंद्र सरकार की रणनीति साफ होगी, वहीं फर्जी वोटर लिस्ट और रोहिंग्या मुद्दा चुनाव प्रचार में बड़ा हथियार बन सकता है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन सा दल जनता का विश्वास जीतने में सफल होता है।