
Delhi-NCR Weather Update: दिल्ली-NCR समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में बीती रात अचानक मौसम ने करवट ली। जहां गर्मी के तेवर और नौतपा के आग बरसाने की आशंका थी, वहां तेज आंधी-तूफान और झमाझम बारिश ने वातावरण को पूरी तरह से ठंडा कर दिया। नौतपा की शुरुआत के पहले ही दिन यानी 25 मई को मौसम का यह बदला मिजाज हैरान करने वाला है। भारत मौसम विभाग (IMD) ने पहले ही दिल्ली और आसपास के इलाकों में रेड अलर्ट जारी कर दिया था, जो अब सही साबित होता दिख रहा है।
दिल्ली में रातभर गरज-तूफान, तापमान में भारी गिरावट
शनिवार देर रात दिल्ली-NCR के कई इलाकों में अचानक तेज आंधी और गरज के साथ बारिश शुरू हुई। बिजली की गड़गड़ाहट, धूलभरी आंधी और फिर तेज वर्षा ने दिल्लीवासियों को झुलसती गर्मी से राहत दी, लेकिन कई क्षेत्रों में जलभराव और ट्रैफिक जाम की स्थिति भी देखने को मिली।
IMD के मुताबिक, रविवार (26 मई) को भी दिल्ली, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान और पंजाब के कुछ जिलों में तेज आंधी (60-80 किमी/घंटा की रफ्तार), भारी बारिश और गरज-चमक के साथ तूफान की संभावना बनी हुई है।
उत्तर भारत के कई हिस्सों में मौसम का कहर, हिमाचल में बादल फटा
उत्तर भारत के अन्य राज्यों में भी मौसम का व्यापक प्रभाव देखने को मिला है। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले की निरमंड तहसील के जगातखाना पंचायत में बादल फटने की घटना सामने आई, जिससे एक स्कूल के पास खड़ी कई गाड़ियां नाले में बह गईं। साथ ही, शिमला, मंडी, चंबा और सोलन जिलों में भी भारी बारिश और तूफान का असर रहा।
उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में भी मौसम विभाग ने ओलावृष्टि और तेज बारिश की चेतावनी दी है।
21 राज्यों में अलर्ट, यूपी के कई जिलों में दोबारा बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने 25 मई को पूरे देश के 21 राज्यों में आंधी-तूफान, बारिश और बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया है। इनमें उत्तर प्रदेश के मेरठ, अलीगढ़, बागपत, गाजियाबाद, नोएडा, हापुड़, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और शामली जैसे जिले प्रमुख हैं, जहां अगले 2 घंटे के भीतर फिर से तेज बारिश और आंधी की चेतावनी दी गई है।
नौतपा की शुरुआत बारिश से, लू हुई गायब
भारत में गर्मी का चरम काल नौतपा को माना जाता है, जो हर साल 25 मई से 8 जून तक होता है। इस दौरान सूर्य की किरणें पृथ्वी पर सीधी पड़ती हैं, जिससे लू और भीषण गर्मी का असर होता है। लेकिन इस बार नौतपा की शुरुआत ही झमाझम बारिश से हुई, जिससे तापमान में भारी गिरावट आई है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार लू की स्थिति कमजोर ही रहेगी। दरअसल, इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून ने समय से 8 दिन पहले, यानी 24 मई को ही केरल में प्रवेश कर लिया है। आमतौर पर यह एक जून को दस्तक देता है। मानसून की यह समयपूर्व एंट्री ही उत्तर भारत में मौसम के इस असामान्य बदलाव का प्रमुख कारण मानी जा रही है।
पिछले 15 वर्षों में लू की स्थिति
पिछले डेढ़ दशक में मई-जून के दौरान लू की स्थिति लगातार कमजोर होती जा रही है:
वर्ष | लू के दिन |
---|---|
2011 | 0 दिन |
2012 | 1 दिन |
2013 | 1 दिन |
2014 | 0 दिन |
2015 | 0 दिन |
2016 | 2 दिन |
2017 | 1 दिन |
2018 | 1 दिन |
2019 | 1 दिन |
2020 | 3 दिन |
2021 | 0 दिन |
2022 | 0 दिन |
2023 | 0 दिन |
2024 | 6 दिन |
2025 | अब तक 0 दिन |
इन आंकड़ों से साफ है कि नौतपा का लू वाला प्रभाव अब कमजोर पड़ता जा रहा है, और 2025 में भी ऐसा ही रुख देखने को मिल रहा है।
गर्मी से राहत, लेकिन मौसम का मिजाज बना रहेगा चुनौती
जहां एक ओर तेज बारिश और ठंडी हवाओं ने तपती गर्मी से लोगों को राहत दी है, वहीं दूसरी ओर आंधी-तूफान और जलभराव ने जनजीवन को प्रभावित भी किया है। समय से पहले मानसून की दस्तक और नौतपा में लू की अनुपस्थिति यह संकेत दे रही है कि जलवायु परिवर्तन अब हमारे मौसम चक्रों पर साफ असर डाल रहा है। आने वाले दिनों में बारिश और तेज हवाओं के साथ मौसम में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है, इसलिए सतर्क रहना ज़रूरी है।

VIKAS TRIPATHI
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