
Ujjain Mahakal Temple:महाकाल मंदिर में लंबे समय से चल रहे भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के खिलाफ मोहन सरकार ने सख्त कार्रवाई की है। मंदिर समिति से जुड़े कुछ लोगों पर नियमों का उल्लंघन कर पैसे लेकर दर्शन करवाने और दान की राशि में हेरफेर के गंभीर आरोप लगे थे।
आज प्रशासन ने मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ को पद से हटाने के साथ-साथ पुलिस ने प्रोटोकॉल प्रभारी अभिषेक भार्गव, आईटी सेल प्रभारी राजकुमार सिंह, सभा मंडप प्रभारी राजेंद्र सिसोदिया, भस्म आरती प्रभारी रितेश शर्मा, और क्रिस्टल कंपनी के जितेंद्र पंवार व ओमप्रकाश माली को हिरासत में लिया।
भ्रष्टाचार का खुलासा:
सूत्रों के मुताबिक, इन व्यक्तियों द्वारा भस्म आरती में विशेष दर्शन के नाम पर बाहरी राज्यों के श्रद्धालुओं से पैसे लिए जाते थे। इसके अलावा, मंदिर समिति के दान क्यूआर कोड को बदलकर दान की राशि अपने निजी खातों में जमा करने का मामला भी सामने आया है।
अवैध संपत्ति की जांच:
पुलिस जांच में यह भी पाया गया कि इन आरोपियों ने मंदिर से कमाए गए पैसे को प्रॉपर्टी में निवेश किया है। पुलिस अब इनकी चल-अचल संपत्तियों और बैंक खातों की विस्तृत जानकारी जुटा रही है।
सरकार का संदेश:
मोहन सरकार की इस कार्रवाई ने स्पष्ट कर दिया है कि महाकाल के दरबार में अब कोई भ्रष्टाचार या लूट बर्दाश्त नहीं की जाएगी। श्रद्धालुओं के विश्वास को बनाए रखने के लिए इस तरह की सख्त कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।