
गाजीपुर: भुडकुंडा कोतवाली क्षेत्र के इब्राहिम डिहवा गांव की दलित बस्ती में 24 वर्षीय विवाहिता अंशिका की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। उसका शव घर में फांसी के फंदे से लटका मिला।
परिजनों ने ससुराल पक्ष पर दहेज हत्या का आरोप लगाया है। मृतका का मायका आजमगढ़ के मेनाजपुर में है इस प्रकरण में मृतिका की चाची ज्योति के अनुसार, अंशिका की शादी दो साल पहले गाजीपुर के इब्राहिमपुर गांव में सादात ब्लॉक के अंतर्गत निवासी दीपक से हुई थी। शादी में दहेज दिया गया था, लेकिन ससुराल वाले बाइक की अतिरिक्त मांग कर रहे थे। इसको लेकर अंशिका को बार-बार प्रताड़ित किया जाता था और कई बार मारपीट कर मायके भेज दिया गया।
परिवार ने पहले भी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन पंचायत के बाद अंशिका को ससुराल भेज दिया गया था। परिजनों का आरोप है कि 17 मार्च को अंशिका की हत्या कर उसे आत्महत्या का रूप दिया गया। अंशिका अपने पीछे एक साल के बेटे दिव्यांशु को छोड़ गई है।
मृतिका का पति लगभग दो माह से सऊदी अरब में प्राइवेट नौकरी कर रहा है आज घटना के दिन मृतिका अपने ससुर सास और मासूम बच्ची के साथ पवहारी बाबा का दर्शन पूजन भी करने गई थी वहां से आने के बाद यह घटना हुई जिसके बाद पूरे गांव में मातम छाया हुआ है।
कोतवाल शैलेश मिश्रा ने बताया कि मृतका के परिजनों की शिकायत पर पति दीपक, ससुर गोविंद, सास गुड्डी, देवर कृष्ण और रतन, ननद आंचल समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच जारी है।