मुंबई। महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी के बेटे और एनसीपी नेता जीशान सिद्दीकी को ईमेल के माध्यम से जान से मारने की धमकी देने वाले आरोपी को इंटरपोल और मुंबई क्राइम ब्रांच की संयुक्त कार्रवाई में गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी को त्रिनिदाद और टोबैगो से गिरफ्तार कर बुधवार को भारत डिपोर्ट किया गया।
आरोपी की पहचान और अंतरराष्ट्रीय गिरफ्तारी
गिरफ्तार आरोपी की पहचान मोहम्मद दिलशाद मोहम्मद नौवेद के रूप में हुई है, जो मूल रूप से बिहार के दरभंगा जिले का निवासी है। जानकारी के अनुसार, आरोपी पिछले कुछ समय से त्रिनिदाद और टोबैगो में रह रहा था।
इस गंभीर मामले में जब मुंबई पुलिस ने जांच शुरू की तो आरोपी की धरपकड़ के लिए 28 अप्रैल को लुकआउट सर्कुलर (LOC) और बाद में इंटरपोल के जरिए रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया। इसी के आधार पर स्थानीय एजेंसियों की मदद से आरोपी को गिरफ्तार किया गया और भारत लाया गया।
क्या है पूरा मामला?
19 से 21 अप्रैल 2024 के बीच जीशान सिद्दीकी को लगातार कई ईमेल के माध्यम से धमकियाँ मिली थीं। इन ईमेल्स में खुद को ‘D-कंपनी का सदस्य’ बताने वाले व्यक्ति ने ₹10 करोड़ की फिरौती मांगी थी। धमकी यह दी गई थी कि अगर पैसे नहीं दिए गए तो जीशान का भी उनके पिता बाबा सिद्दीकी की तरह “अंजाम” होगा।
धमकियों की सूचना मिलते ही जीशान ने बांद्रा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई, जिसके बाद पुलिस ने तत्काल उनकी सुरक्षा बढ़ा दी। मामला गंभीर होने के कारण 23 अप्रैल को जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई।
जांच में क्या निकल कर आया?
क्राइम ब्रांच की शुरुआती जांच में सामने आया कि धमकी देने वाला देश से बाहर रहकर यह काम कर रहा था और तकनीकी निगरानी के जरिए उसकी लोकेशन त्रिनिदाद और टोबैगो में ट्रेस की गई। ईमेल की भाषा, IP ऐड्रेस, और धमकी की रणनीति ने जांच एजेंसियों को चौकन्ना कर दिया, जिसके चलते इंटरपोल से सहयोग मांगा गया।
आगे की कार्रवाई और संभावित खुलासे
फिलहाल आरोपी से मुंबई में पूछताछ की जा रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह संभावना जताई जा रही है कि आरोपी किसी बड़े रैकेट या अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है। आने वाले दिनों में इस मामले में अधिक गिरफ्तारी या आपराधिक साजिश के नए पहलुओं का खुलासा हो सकता है।
राजनीतिक हलकों में हलचल
इस धमकी और गिरफ्तारी ने महाराष्ट्र की राजनीति में भी हलचल मचा दी है। जहां एक ओर विपक्षी दलों ने सरकार से नेताओं की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की मांग की है, वहीं जीशान सिद्दीकी ने कहा कि:
“यह सिर्फ एक नेता को नहीं, बल्कि लोकतंत्र की आवाज़ को डराने की कोशिश है। मैं कानून पर भरोसा करता हूँ और उम्मीद करता हूँ कि सच्चाई सामने आएगी।“
संपर्क में रहिए — आगे की जांच में जो भी सामने आएगा, हम आपको सबसे पहले जानकारी देंगे।