
चंडीगढ़/लुधियाना: पंजाब की राजनीति में लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव से पहले बड़ा सियासी उलटफेर देखने को मिला है। सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) को उस समय बड़ा झटका लगा, जब उसके नेता कमलजीत सिंह करवाल ने पार्टी छोड़कर कांग्रेस में ‘घर वापसी’ की। करवाल के साथ दो पूर्व पार्षद—गुरप्रीत सिंह गोपी गिल और रंजीत सिंह उब्बी भी कांग्रेस में शामिल हो गए।
2022 में कांग्रेस से लड़े थे चुनाव, अब फिर लौटे घर
कमलजीत सिंह करवाल साल 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर आत्मनगर सीट से चुनाव लड़े थे, हालांकि बाद में उन्होंने आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया। लेकिन उपचुनाव से ऐन पहले उनका कांग्रेस में लौटना न केवल AAP के लिए सियासी झटका है, बल्कि यह बताता है कि पार्टी के भीतर असंतोष गहराता जा रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री चन्नी की मौजूदगी में हुई वापसी
रविवार को पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा सांसद चरणजीत सिंह चन्नी की मौजूदगी में करवाल और अन्य नेताओं ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर चन्नी ने तीखा हमला बोलते हुए कहा:
“AAP में नेताओं का पलायन शुरू हो गया है। यह पार्टी अब खत्म होने की कगार पर है और आने वाले चुनावों में इसकी हार निश्चित है।”
उन्होंने कहा कि उपचुनावों में आमतौर पर विपक्षी दलों के नेता सत्ताधारी पार्टी में जाते हैं, लेकिन यहां उल्टा हो रहा है — ‘सत्ताधारी पार्टी छोड़कर लोग कांग्रेस की शरण में आ रहे हैं।’
“कांग्रेस ही दे सकती है पंजाब को ईमानदार सरकार”: करवाल
अपनी वापसी पर कमलजीत सिंह करवाल ने कहा:
“यह मेरे लिए घर वापसी जैसा है। कांग्रेस से बेहतर कोई पार्टी नहीं है जो पंजाब के लोगों को एक ईमानदार और स्थिर सरकार दे सके। आम आदमी पार्टी ने लोगों की उम्मीदों को तोड़ा है, अब कांग्रेस ही एकमात्र विकल्प है।”
लुधियाना पश्चिम पर टिकी सबकी निगाहें
कांग्रेस प्रत्याशी भारत भूषण आशु ने कहा कि न केवल लुधियाना, बल्कि पूरा पंजाब इस उपचुनाव को बारीकी से देख रहा है। उन्होंने कहा:
“लुधियाना पश्चिम से बदलाव की हवा उठ चुकी है। यह चुनाव सिर्फ एक सीट का नहीं, बल्कि पूरे राज्य के राजनीतिक मिजाज का संकेत है।”
वहीं, कांग्रेस प्रचार समिति के अध्यक्ष राणा गुरजीत सिंह ने दावा किया कि आने वाले दिनों में कई और बड़े चेहरे AAP छोड़कर कांग्रेस में शामिल होंगे।
जानिए उपचुनाव का पूरा शेड्यूल
लुधियाना पश्चिम सीट के विधायक गुरप्रीत बस्सी गोगी का जनवरी 2024 में निधन हो गया था, जिसके बाद यह सीट खाली हो गई थी। चुनाव आयोग ने 25 मई को उपचुनाव की तारीखों की घोषणा की।
- मतदान: 19 जून 2025
- मतगणना: 23 जून 2025
प्रमुख उम्मीदवार:
- कांग्रेस: भारत भूषण आशु
- AAP: राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा
- BJP: जीवन गुप्ता
राजनीतिक मायने: कांग्रेस की वापसी या AAP की साख का इम्तिहान?
लुधियाना पश्चिम उपचुनाव सिर्फ एक विधानसभा सीट का चुनाव नहीं है, बल्कि यह आम आदमी पार्टी के शासन पर जनमत संग्रह जैसा है। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या कांग्रेस अपनी खोई हुई जमीन फिर से हासिल कर पाती है या AAP सत्ता में होने का लाभ उठाकर सीट बचाने में कामयाब होगी।
यह उपचुनाव न केवल पंजाब, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी राजनीतिक संकेत देने वाला साबित हो सकता है।