
मुंबई: महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले महायुति और महा विकास आघाड़ी (MVA) के बीच कड़ी टक्कर की उम्मीद है, जहां दोनों ही पक्ष मंत्रालय की सत्ता पर काबिज होने की कोशिश में हैं।
इस राजनीतिक माहौल के बीच, एक महत्वपूर्ण घटना साकीनाका में सीएम एकनाथ शिंदे के दौरे के दौरान हुई। यहां एक युवक संतोष कटके ने शिंदे के काफिले को काले झंडे दिखाकर रोका और कथित तौर पर आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया। कटके ने सीएम की कार पर भी हाथ मारा, जिसके बाद शिंदे ने काफिला रुकवाया और खुद बाहर निकलकर स्थिति का सामना किया। यह घटना MVA प्रत्याशी नसीम खान के कार्यालय के बाहर हुई, और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
उद्धव ठाकरे समर्थक संतोष कटके की गिरफ्तारी
घटना के बाद, गुस्साए शिंदे MVA कार्यालय में गए और वहां मौजूद पार्टी कार्यकर्ताओं से इस घटना को लेकर सवाल किए कि क्या वे ऐसी हरकत का समर्थन करते हैं। सुरक्षा कर्मियों ने संतोष कटके को हिरासत में ले लिया और पुलिस को सौंप दिया। हालांकि, कटके और उसके पिता साधु कटके, जो पहले रामदास अठावले के गुट से जुड़े थे, ने पुलिस स्टेशन के बाहर MVA समर्थकों के साथ धरना दिया।
मातोश्री में शामिल हुए कटके
एक चौंकाने वाले घटनाक्रम में, कटके और उनके पिता ने मातोश्री में उद्धव ठाकरे की शिवसेना में शामिल होने की घोषणा की। ठाकरे ने विवाद के बावजूद कटके की तारीफ की, जिससे इस कदम के पीछे की मंशा पर सवाल खड़े हो गए।
कटके का बचाव और बढ़ता तनाव
संतोष कटके ने अपने बचाव में कहा कि सीएम शिंदे को देखकर उनकी शिवसैनिक की वफादारी जाग उठी, और इसी कारण उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया। कटके की मीडिया में शिंदे के खिलाफ लगातार बयानबाजी ने ठाकरे और शिंदे गुटों के बीच भविष्य में और अधिक तनाव पैदा होने की संभावना को बढ़ा दिया है।
निष्कर्ष
यह घटना न केवल शिवसेना के दोनों गुटों के बीच चल रही गहरी राजनीतिक खींचतान को उजागर करती है, बल्कि चुनावी माहौल में बढ़ते तनाव की भी पुष्टि करती है। आगामी चुनावों में यह विवाद कितना प्रभाव डालेगा, यह देखना बाकी है।