गाजीपुर – पूर्वांचल की सबसे बड़ी कृषि मंडी जंगीपुर में सुविधाओं के अभाव ने व्यापारियों और मजदूरों को परेशान कर रखा है। मंडी में लाखों रुपये खर्च कर बनाया गया शौचालय आज शो पीस बनकर रह गया है। नियमित रूप से शौचालय न खुलने के कारण मजदूरों और व्यापारियों को मजबूरी में खुले में शौच और पेशाब करना पड़ता है।
व्यापारियों और मजदूरों की समस्या
व्यापारियों का कहना है कि मंडी में शौचालय की सुविधा सिर्फ नाम मात्र की है। मंडी में प्रतिदिन सैकड़ों किसान, व्यापारी और मजदूर आते हैं, लेकिन उन्हें बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल पातीं। खासकर महिलाओं के लिए यह स्थिति और भी अधिक असुविधाजनक है। खुले में मंडी परिसर में ही लोग पेशाब करते हैं जिससे जिससे दुर्गंध की स्थिति बनी रहती है।
सचिव का बयान
मंडी सचिव राजेश यादव ने बताया कि शौचालय केवल गुरुवार और रविवार बाजार के दिनों में खोला जाता है, क्योंकि उसी दिन मंडी में भीड़भाड़ होती है। सचिव के इस बयान ने समस्या को और गहराया है, क्योंकि नियमित दिनों में भी मंडी में बड़ी संख्या में लोग काम करते हैं।
स्थानीय लोगों की मांग
स्थानीय व्यापारी और मजदूरों ने मांग की है कि शौचालय को रोजाना खोलने की व्यवस्था की जाए। इतना ही नहीं मंडी परिसर में गंदगी का भरमार है आला अधिकारियों के आने की सूचना पर बड़े स्तर पर साफ सफाई शुरू हो जाती है।
प्रशासन की लापरवाही
शौचालय जैसी बुनियादी सुविधा न होने के कारण मंडी की छवि भी खराब हो रही है। प्रशासन की इस लापरवाही से मजदूरों और व्यापारियों में रोष बढ़ता जा रहा है। अब देखना यह है कि संबंधित अधिकारी इस मुद्दे पर कब ध्यान देते हैं।