
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को सख्त संदेश दे दिया है। बीएसएफ ने साफ कर दिया है कि अटारी बॉर्डर पर अब ना गेट खोले जाएंगे और ना ही पाकिस्तानी रेंजर्स से हाथ मिलाया जाएगा। बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी अब सिर्फ औपचारिक होगी, उसमें कोई मेल-मिलाप नहीं होगा।
बीएसएफ का दो टूक संदेश: एक तरफ शांति की बात और दूसरी तरफ आतंक की हरकतें—अब नहीं चलेगा दोहरा खेल
बीएसएफ पंजाब फ्रंटियर ने बयान जारी कर कहा:
“एक तरफ बातचीत और दोस्ती की बातें और दूसरी तरफ हमारे जवानों पर गोलियां? अब नहीं चलेगा ये ढोंग। जब तक पाकिस्तान आतंक को बढ़ावा देता रहेगा, तब तक भारत उससे कोई सांकेतिक मित्रता नहीं निभाएगा।”
अब से:
- अटारी, हुसैनीवाला और सदकी बॉर्डर पर गेट नहीं खोले जाएंगे।
- पाकिस्तानी रेंजर्स से हाथ मिलाने की रस्म खत्म।
- झंडा बिना किसी तालमेल के उतारा जाएगा।
आज की सेरेमनी भी सख्त माहौल में हुई—न गेट खुले, न हाथ मिले
आज जब दोनों देशों का झंडा उतारा गया तो गेट नहीं खोले गए और सेना के जवानों ने एक-दूसरे से नजरें तक नहीं मिलाईं। इसके बाद चुपचाप परेड समाप्त कर दी गई।
भारत के एक्शन से बिलबिलाया पाकिस्तान, बोला—हमें क्यों अलग-थलग किया?
पहलगाम हमले के बाद भारत के कड़े कदमों से पाकिस्तान की नींद उड़ गई है। भारत की सख्ती का जवाब देने के लिए पाकिस्तान ने ‘कॉपी-पेस्ट डिप्लोमेसी’ शुरू कर दी:
- पाकिस्तान ने भारत पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया
- अपने एयरस्पेस को भारतीय विमानों के लिए बंद किया
- कहा- पानी रोकना युद्ध जैसा क़दम है
- बाघा बॉर्डर भी बंद करने का ऐलान किया
- शिमला समझौते से हटने की धमकी दी
भारत का सख्त संदेश: आतंक और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते
मोदी सरकार और भारतीय सेना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब केवल जवाबी कार्रवाई नहीं, बल्कि निर्णायक कार्रवाई होगी। भारत अब आतंक के पनाहगाह पाकिस्तान को हर मंच पर बेनकाब करेगा।