
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पार्टी को चुनौती देते हुए कहा, “क्या कांग्रेस के नेताओं में इतनी हिम्मत है कि वे खुलेआम बाला साहेब ठाकरे की प्रशंसा करें? उन्होंने कभी बाला साहेब के योगदान को स्वीकार नहीं किया। मेरा चैलेंज है कि वे बाला साहेब ठाकरे की विचारधारा और उनके योगदान की खुलेआम तारीफ करें।”
यह बयान तब आया जब प्रधानमंत्री मोदी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से पहले अपनी यात्रा शुरू की। धुले और नासिक के बाद, मोदी ने शनिवार को अकोला और नांदेड़ में जनसभाएं कीं और महा विकास आघाड़ी (MVA) पर तीखा हमला बोला।
“MVA: एक अवसरवादी गठबंधन”
मोदी की चुनौती इस ओर इशारा करती है कि महा विकास आघाड़ी (MVA) एक अप्राकृतिक और अवसरवादी गठबंधन है। प्रधानमंत्री ने कहा, “MVA का काम बाला साहेब ठाकरे के सिद्धांतों के बिल्कुल विपरीत है। बाला साहेब का सपना एक सशक्त और आत्मसम्मान से भरे महाराष्ट्र का था, जबकि MVA केवल सत्ता के लिए एक अवसरवादी प्रयोग है।”
मोदी ने चेतावनी दी कि यह अवसरवादी गठबंधन महाराष्ट्र के विकास और उसकी सांस्कृतिक एकता के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे बाला साहेब ठाकरे की विचारधारा का समर्थन करें और ऐसे गठबंधनों से दूर रहें।
“कांग्रेस: समुदायों के बीच दरार पैदा करने की राजनीति”
अपने भाषणों में प्रधानमंत्री मोदी ने महा विकास आघाड़ी और विशेष रूप से कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस की राजनीति हमेशा से समुदायों के बीच विभाजन पैदा करके सत्ता हासिल करने की रही है। लेकिन अब महाराष्ट्र में कांग्रेस की ‘झूठ की दुकान’ नहीं चलेगी। कांग्रेस ने हमेशा OBC समुदाय के साथ अन्याय किया है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, “एक OBC प्रधानमंत्री का सत्ता में आना कांग्रेस को बर्दाश्त नहीं हो रहा है, और वे अपनी कुंठा OBC समुदाय पर निकाल रहे हैं।” उन्होंने जनता से अपील की, “अगर आप एकजुट हैं, तो आप सुरक्षित हैं। कांग्रेस की विभाजनकारी राजनीति को पहचानें और इसे खारिज करें।”