🪔 आपके घर में कुछ साधारण-सी दिखने वाली चीजें भी जीवन पर गहरा प्रभाव डाल सकती हैं। वास्तुशास्त्र के अनुसार यदि ये चीजें गलत स्थान पर या गलत तरीके से रखी गई हों, तो यह न केवल दुर्भाग्य को बुलावा देती हैं, बल्कि घर में क्लेश, धन हानि और मानसिक अशांति का कारण भी बनती हैं।
ज्योतिषाचार्य पं. नरेन्द्र कृष्ण शास्त्री बताते हैं कि अनजाने में की गई ये छोटी-छोटी गलतियाँ जीवन में बड़ी बाधाएं खड़ी कर सकती हैं। आइए जानें कौन-सी हैं वे वस्तुएं और आदतें जो आपके घर में अशांति व दुर्भाग्य का कारण बन सकती हैं—
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1. मुख्य द्वार पर अंधेरा और अव्यवस्था
मुख्यद्वार को घर का मुख या ‘मुख्य ऊर्जा द्वार’ माना जाता है। यदि यह स्थान गंदा, धूलभरा या अंधकारमय है, तो सफलता के अवसरों में बाधा आती है। मुख्य द्वार का रंग फीका, पुराना या बेडौल होना भी जीवन में निराशा को जन्म देता है। यहाँ सदैव स्वच्छता व प्रकाश बनाए रखें।
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2. नकारात्मक चित्र और पोस्टर
घर में युद्ध, अकेलापन, टूटे संबंध, डूबती नाव या रोते हुए बच्चों जैसे चित्र नकारात्मक ऊर्जा फैलाते हैं। ऐसे चित्रों पर धूल जमा होना, या एक ही स्थान पर अत्यधिक चित्र लगाना भी घर के रिश्तों में दरार पैदा करता है। दीवारों पर सकारात्मक ऊर्जा देने वाले, शांतिदायक चित्र लगाएं।
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3. जूते-चप्पल और वस्त्रों की अव्यवस्था
प्रयोग के बाद कपड़े और जूते-चप्पलों को इधर-उधर फेंकना वास्तुदोष उत्पन्न करता है। इससे धन की हानि, मानसिक तनाव और करियर में अस्थिरता आ सकती है। अलमारियों को सुसंगठित और साफ-सुथरा रखें।
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4. पानी की बर्बादी
बिना आवश्यकता के पानी बहने देना, टंकियों का लीक होना या नलों का टपकना—ये सब दोषपूर्ण ऊर्जा को आमंत्रित करते हैं। यह न केवल आर्थिक हानि का कारण बनता है, बल्कि स्वास्थ्य समस्याओं और मानसिक थकान को भी जन्म देता है।
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5. घर में बेकार या पुरानी वस्तुओं का जमाव
पुराने, अनुपयोगी कपड़े, टूटे फर्नीचर, बेकार इलेक्ट्रॉनिक्स आदि राहु दोष को बढ़ाते हैं। इससे जीवन में अकारण चिंता, रुकावटें और बीमारी बढ़ती है। ऐसे सामानों को घर से निकालना ही श्रेयस्कर होता है।
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6. बिजली के खराब उपकरण और कम रोशनी
फ्यूज बल्ब, टिमटिमाती ट्यूबलाइट और खराब विद्युत उपकरणों का प्रयोग न करें। ये घर में नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं और विशेषकर बच्चों की एकाग्रता व मानसिक स्थिति को प्रभावित करते हैं। हर कोने में पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था रखें।
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7. दरवाजों से निकलती आवाजें
दरवाजों का चरमराना या बंद होने में रुकावट आना गृह क्लेश का सूचक होता है। ये ध्वनियां घर में अशांति और आपसी मतभेदों को जन्म देती हैं। दरवाजों की नियमित मरम्मत और चिकनाई आवश्यक है।
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यदि आप भी अपने घर, जीवन या कार्यस्थल में लगातार बाधाओं, कलह या आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं, तो एक बार अपने वास्तु दोष की जांच अवश्य कराएं।
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