Sufi saint Sheikh ul Alam Chapters not be removed: जम्मू-कश्मीर में कक्षा 9वीं की पाठ्यपुस्तक से सूफी संत शेख-उल-आलम के अध्याय को हटाए जाने के विवाद के बीच मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने स्पष्ट किया है कि यह अध्याय पाठ्यपुस्तक से नहीं हटाया जाएगा।
तारिगामी की अपील पर मुख्यमंत्री का जवाब
सीएम उमर अब्दुल्ला ने यह बयान मुहम्मद यूसुफ तारिगामी की सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर पोस्ट का जवाब देते हुए दिया। तारिगामी ने अपनी पोस्ट में इस कदम पर आपत्ति जताते हुए इसे “बेहद परेशान करने वाली बात” करार दिया था और मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की थी।
मुख्यमंत्री का ऐलान
अपने जवाब में उमर अब्दुल्ला ने कहा,
“सूफी संत शेख-उल-आलम के अध्याय को नहीं हटाया जाएगा। जैसे ही यह मामला सरकार के ध्यान में आया, इसे रोक दिया गया।”
तारिगामी की आपत्ति
तारिगामी ने अपनी पोस्ट में लिखा था कि 9वीं की पाठ्यपुस्तक से सूफी संत पर पूरा अध्याय हटाया जाना चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि यह संत की विरासत और संस्कृति के प्रति अनादर है, और सरकार को इस पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।
सरकार का रुख
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के इस बयान से स्पष्ट हो गया है कि शेख-उल-आलम का अध्याय पाठ्यक्रम में बना रहेगा, जिससे संत की शिक्षाओं और उनकी विरासत को संरक्षित किया जा सके।
VIKAS TRIPATHI
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