बिसरख स्थित छोटी मिलक प्राथमिक विद्यालय में आज एक अनोखा और प्रेरणादायक आयोजन देखने को मिला, जहाँ कक्षा 3 से 5 तक के छात्र-छात्राओं ने “फन विथ AI” कार्यशाला के माध्यम से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दुनिया से परिचय प्राप्त किया। इस नवाचारी पहल का आयोजन एथोमार्ट चैरिटेबल ट्रस्ट (EMCT) द्वारा किया गया।
कार्यशाला का संचालन तकनीकी विशेषज्ञ श्री अमित गिरी ने किया, जिन्होंने बेहद सरल और रोचक उदाहरणों के माध्यम से बच्चों को बताया कि AI और मशीन लर्निंग क्या हैं, ये कैसे काम करते हैं, और ये हमारी रोज़मर्रा की ज़िंदगी को कैसे आसान बना रहे हैं।
जब बच्चों ने पूछा Alexa से सवाल
कार्यशाला का सबसे रोमांचक क्षण तब आया जब बच्चों को Amazon Alexa के साथ संवाद का अवसर मिला। किसी ने पूछा – “5 का पहाड़ा क्या होता है?”, किसी ने सुनी मजेदार कहानियाँ, तो किसी ने मौसम और सामान्य ज्ञान से जुड़े सवालों की बौछार कर दी। बच्चों की मासूम जिज्ञासा और उनकी चपलता ने पूरे माहौल को आनंदमय और प्रेरणादायक बना दिया।
तकनीक के साथ सतर्कता भी ज़रूरी
कार्यक्रम में AI के सकारात्मक उपयोग के साथ-साथ इसके संभावित दुष्प्रभावों और साइबर क्राइम जैसे गंभीर विषयों पर भी विचार-विमर्श किया गया। बच्चों को यह समझाया गया कि तकनीक जितनी उपयोगी है, उतनी ही सतर्कता से इसका प्रयोग ज़रूरी है।
बिसरख के सरकारी स्कूल में “फन विथ AI”
EMCT ट्रस्ट ने प्राथमिक छात्रों को AI से कराया रूबरू
बच्चों ने Alexa से पूछे सवाल, सीखा तकनीक का सही इस्तेमाल
रश्मि पांडेय बोलीं:“डिजिटल इंडिया में बच्चों को तकनीक से जोड़ना वक्त की ज़रूरत है#AIforKids #DigitalLearning #EMCT #GovtSchool pic.twitter.com/mkQ2czETaP
— PARDAPHAAS NEWS (@pardaphaas) July 5, 2025
विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
इस अवसर पर EMCT की संस्थापक सुश्री रश्मि पाण्डेय, गौतम बुद्ध नगर विकास समिति के सचिव श्री अनूप कुमार सोनी, विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री इकरार अहमद, और शिक्षिका श्रीमती शालिनी चक्रवर्ती विशेष रूप से उपस्थित रहे।
रश्मि पाण्डेय ने कहा:
“सरकारी विद्यालयों के बच्चों को तकनीक से जोड़ना आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। हम चाहते हैं कि ये बच्चे भी डिजिटल युग में आत्मविश्वास से कदम बढ़ाएँ और तकनीकी क्षेत्र में अपना भविष्य संवारें।”
कार्यक्रम का उद्देश्य
यह कार्यशाला सिर्फ तकनीकी ज्ञान देने का माध्यम नहीं थी, बल्कि यह एक प्रेरणा थी – बदलाव की, समावेशन की और आत्मविश्वास की। EMCT का उद्देश्य है कि तकनीक सिर्फ सुविधा नहीं, बल्कि समान अवसर बन सके – हर बच्चे के लिए, हर स्कूल में।