गाज़ीपुर । योगी सरकार भले ही स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए लाखों करोड़ों रुपए खर्च कर रही हो। लेकिन उनके ही कर्मचारियों के द्वारा स्वास्थ्य व्यवस्था को मिट्टी में मिलाने का कार्य किया जा रहा है। लापरवाह कर्मियों के चलते दूर-दराज से आने वाले मरीजों को काफी कठिनाई व परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।


ऐसा ही एक मामला सेवराई तहसील मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भदौरा का है। जहां वैसे तो केंद्र पर करीब 41 कर्मचारियों की नियुक्ति है। जिसका बोर्ड भी सभी कर्मचारियों के नाम पदनाम और मोबाइल नंबर के साथ मुख्य गेट पर ही लिखा गया है। नियमानुसार सभी कर्मियों को केंद्र पर प्रातः 8:00 बजे से पूर्व आकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए अस्पताल का संचालन शुरू हो जाना चाहिए। लेकिन सोमवार को 8:35 बजे तक दो अस्पताल स्टाफ व एक चौकीदार के अलावा और कोई मौके पर मौजूद नहीं था।
जबकि स्वास्थ्य केंद्र पर पिछले कई घंटे से मरीज आकर चिकित्सकों के आने का इंतजार कर रहे थे। तहसील मुख्यालय से करीब 15 किमी दूर मिर्चा गांव से आई मरिज संध्या देवी ने बताया कि उसे अपना बॉडी चेकअप कराना है जो पिछले 7:00 बजे से ही आकर अस्पताल पर बैठी हुई है लेकिन 8:30 तक कोई भी कर्मचारी अस्पताल नहीं पहुंचा है।

वही मिर्चा गांव निवासी सिंहासन ने बताया कि उसे भी चिकित्सक से दवा लेने के लिए अस्पताल आना पड़ा है जो पिछले आधा घंटा से चिकित्सकों का इंतजार कर रहा है। 8 किमी दूर सायर गांव से आये दो बुजुर्ग दंपति ने बताया कि वह पिछले 2 घंटे से अस्पताल पर आकर डॉक्टर एवं अन्य कर्मचारियों का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि डॉक्टर साहब लोग 10:00 बजे आते हैं। वही मदन कुमार ने बताया कि उसे दवा लेना है जिसके लिए वह पिछले 20 मिनट से चिकित्सकों का इंतजार कर रहा है।
मरीज के द्वारा संबंधित चिकित्सक व प्रभारी अधीक्षक को भी फोन करके जानकारी दी गई। वावजूद इसके 8:30 बजे तक कोई भी चिकित्सक अथवा कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा था। 8:35 पर चिकित्सक सुशील कुमार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे जहां टेलीमेडिसिन के कक्ष में संचालित हो रहे ओपीडी में मरीजो को देखना शुरू किये। इसके बाद अस्पताल का संचालन शुरू हुआ।
मरिजो ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भदौरा पर प्रायः 10:00 के बाद ही चिकित्सक एवं अन्य कर्मचारी मिलते हैं। जिससे दूर दराज से आए मरीजों को काफी कठिनाइयों और परेशानियां होती हैं। मरीजो ने उच्च अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए अपील किया कि लापरवाह कर्मचारियों अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर धनंजय आनंद ने बताया कि यह मेरा कार्यक्षेत्र है कैसे काम करना है या मुझे पता है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी गाजीपुर देश दीपक पाल ने बताया कि शिकायत मिली है अनुपस्थित कर्मचारियों का वेतन काटकर उन पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।