गाजीपुर — जनपद में बाढ़ की विकट स्थिति को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के स्टाम्प एवं न्यायालय शुल्क तथा पंजीयन विभाग के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं गाजीपुर जनपद के प्रभारी मंत्री रवीन्द्र जायसवाल ने मंगलवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। उन्होंने करंडा विकासखंड के प्राथमिक विद्यालय दीनापुर में बाढ़ पीड़ितों को राहत किट वितरित की और नाव के माध्यम से गांवों का निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया।
इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह समेत प्रशासनिक व जनप्रतिनिधियों की टीम मौजूद रही। मंत्री ने कहा कि वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गठित 11 मंत्रियों की टीम के सदस्य के रूप में गाजीपुर पहुंचे हैं।
106 गांव बाढ़ की चपेट में, 3602 परिवार प्रभावित
मंत्री जायसवाल ने बताया कि गाजीपुर में बह रही गंगा नदी की जलधारा के चलते अब तक 106 गांव बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं। इनमें से 20 गांवों का संपर्क मार्ग पूरी तरह से टूट चुका है। प्रशासन द्वारा 19352 जनसंख्या वाले 3602 परिवारों को चिन्हित किया गया है, जिन्हें राहत सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है।
राहत कार्यों की स्थिति
131 बाढ़ चौकियां और 18 बाढ़ शरणालय सक्रिय हैं।213 नावें प्रभावित गांवों में तैनात की गई हैं।प्रत्येक पीड़ित परिवार को 50 किलो राहत सामग्री दी जा रही है।पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था की गई है।
पुलिस पेट्रोलिंग और सुरक्षा हेतु नावों की तैनाती लगातार जारी है।
जिन गांवों में खाना नहीं पकाया जा रहा, वहां तैयार भोजन किट, बच्चों के लिए दूध, बिस्किट, पूड़ी-सब्जी भेजी जा रही है।
सरकार पूरी तरह अलर्ट मोड पर
मंत्री ने बताया कि फिलहाल बाढ़ का पानी स्थिर हो गया है, लेकिन प्रशासन और सरकार पूरी तरह सतर्क है। यदि जरूरत पड़ी तो दोबारा राहत किट वितरण किया जाएगा।
मीडिया से सहयोग की अपील
उन्होंने प्रेस और मीडिया से अपील की कि यदि कोई भी बाढ़ प्रभावित परिवार राहत सामग्री से वंचित रह गया हो, तो उनकी सूची प्रशासन को उपलब्ध कराएं, ताकि उन्हें भी राहत पहुंचाई जा सके।
मंत्री ने यह भी कहा कि, “मानव सेवा ही मानव धर्म है” और सरकार हर प्रभावित व्यक्ति के साथ खड़ी है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई सरकार द्वारा की जाएगी।
प्रशासनिक अधिकारी भी रहे मौजूद
इस दौरान जिलाधिकारी अविनाश कुमार, पुलिस अधीक्षक डॉ. ईरज राजा, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व दिनेश कुमार, अन्य अधिकारी, कर्मचारीगण और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।