
देश में वक्फ संपत्तियों को लेकर छिड़े विवाद के बीच अब कोलकाता का ऐतिहासिक ईडन गार्डन्स स्टेडियम भी चर्चा में आ गया है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के पश्चिम बंगाल प्रदेश अध्यक्ष इमरान सोलंकी ने एक चौंकाने वाला दावा किया है। उन्होंने कहा है कि ईडन गार्डन्स की जमीन वक्फ की संपत्ति है और राज्य सरकार इसे किराए पर लेकर इस्तेमाल कर रही है।
हालांकि, सोलंकी के इस दावे पर पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया आई है। तृणमूल कांग्रेस (TMC) के वरिष्ठ नेता और राज्य सरकार में मंत्री फिरहाद हकीम ने AIMIM नेता के इस बयान को पूरी तरह बेबुनियाद और बेतुका बताया। उन्होंने AIMIM पर आरोप लगाया कि यह पार्टी बिना किसी आधार के ऐसे मुद्दे उठाकर सिर्फ राजनीतिक ध्रुवीकरण करने की कोशिश कर रही है।
AIMIM नेता का दावा – ईडन गार्डन्स वक्फ की संपत्ति
AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष इमरान सोलंकी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि कोलकाता के ईडन गार्डन्स स्टेडियम की जमीन वक्फ की संपत्ति है और इसे सरकार ने किराए पर लिया हुआ है। उन्होंने आगे दावा किया कि पश्चिम बंगाल में हजारों वक्फ संपत्तियों पर अतिक्रमण किया गया है और राज्य सरकार इन संपत्तियों का गलत तरीके से इस्तेमाल कर रही है।
सोलंकी ने अपने दावे को मजबूती देते हुए कहा कि कोलकाता की पार्क स्ट्रीट में वक्फ की 105 संपत्तियां हैं और पूरे कोलकाता में लगभग 2,595 एकड़ जमीन वक्फ के नाम दर्ज है। उन्होंने यहां तक कहा कि फोर्ट विलियम (कोलकाता स्थित भारतीय सेना की पूर्वी कमान का मुख्यालय) भी वक्फ की जमीन पर बना हुआ है।
उन्होंने आरोप लगाया कि बंगाल वक्फ बोर्ड सरकार के प्रभाव में काम कर रहा है और सरकार इन संपत्तियों पर कब्जे को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठा रही है।
बंगाल सरकार का कड़ा पलटवार
AIMIM नेता के इस दावे पर टीएमसी के वरिष्ठ नेता और मंत्री फिरहाद हकीम ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि AIMIM का पश्चिम बंगाल की राजनीति में कोई आधार नहीं है और यह पार्टी बिना किसी प्रमाण के ऐसे झूठे दावे करके सुर्खियां बटोरने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा,
“ईडन गार्डन्स को वक्फ की संपत्ति बताना पूरी तरह गलत है। AIMIM बंगाल में अप्रासंगिक है और यह सिर्फ राजनीतिक लाभ के लिए ऐसे मुद्दे उठा रही है।”
AIMIM पर BJP की ‘बी टीम’ होने का आरोप
फिरहाद हकीम ने AIMIM पर बीजेपी के लिए वोट काटने वाली पार्टी होने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि,
“AIMIM सिर्फ बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए चुनावों में उतरती है। दिल्ली और बिहार में हुए चुनावों में इसने मुस्लिम वोटों को बांटकर बीजेपी को मजबूत करने का काम किया। AIMIM का असली मकसद सिर्फ वोटों का ध्रुवीकरण करना है, न कि अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा करना।”
पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा वक्फ की संपत्ति?
इमरान सोलंकी ने यह भी दावा किया कि पश्चिम बंगाल पूरे देश में सबसे ज्यादा वक्फ संपत्तियों वाला राज्य है। उन्होंने कहा कि 8,000 से अधिक वक्फ संपत्तियों पर अतिक्रमण हो चुका है और बंगाल सरकार इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि बंगाल सरकार वक्फ संपत्तियों की रक्षा करने में पूरी तरह असफल रही है। AIMIM नेता ने कहा कि उनकी पार्टी अब इस मुद्दे पर आंदोलन करेगी और वक्फ संपत्तियों को बचाने के लिए कानूनी लड़ाई भी लड़ेगी।
पहले भी हो चुके हैं ऐसे विवाद
यह कोई पहली बार नहीं है जब किसी महत्वपूर्ण स्थान को वक्फ की संपत्ति बताया गया हो। इससे पहले भी देश में कई बार ऐसे दावे किए जा चुके हैं, जिनमें—
- दिल्ली एयरपोर्ट की जमीन को वक्फ की संपत्ति बताया गया था।
- महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में 55 बीघा जमीन को लेकर विवाद हुआ था, जिसमें दावा किया गया था कि यह वक्फ संपत्ति है।
- हैदराबाद में चारमीनार और आसपास के इलाके को लेकर भी इसी तरह के दावे किए जा चुके हैं।
ईडन गार्डन्स: भारत का ऐतिहासिक स्टेडियम
ईडन गार्डन्स भारत का सबसे पुराना और सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम है। यह 1864 में बनाया गया था और तब से यह भारतीय क्रिकेट का एक प्रतिष्ठित स्थल बना हुआ है। इस स्टेडियम में कई ऐतिहासिक मैच खेले गए हैं और यह आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप, टी20 वर्ल्ड कप, आईपीएल और कई अन्य प्रमुख क्रिकेट टूर्नामेंटों की मेजबानी कर चुका है।
क्या कहती है वक्फ संपत्ति से जुड़ी कानूनी स्थिति?
भारतीय कानून के अनुसार, वक्फ संपत्ति उन संपत्तियों को कहा जाता है, जिन्हें इस्लामिक धार्मिक और समाजसेवी कार्यों के लिए दान किया गया हो। वक्फ अधिनियम, 1995 के तहत, वक्फ बोर्ड को यह अधिकार होता है कि वह इन संपत्तियों का प्रबंधन करे और इन्हें धार्मिक उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल करे।
हालांकि, किसी सार्वजनिक संपत्ति को वक्फ घोषित करने से पहले स्पष्ट कानूनी दस्तावेजों और ऐतिहासिक प्रमाणों की आवश्यकता होती है। अगर किसी संपत्ति को वक्फ बताया जाता है, तो उसे साबित करने की जिम्मेदारी भी उसी पक्ष की होती है, जो दावा कर रहा है।
निष्कर्ष
AIMIM नेता इमरान सोलंकी द्वारा ईडन गार्डन्स को वक्फ संपत्ति बताने के दावे ने विवाद को जन्म दे दिया है। टीएमसी सरकार ने इसे पूरी तरह से खारिज कर दिया है और इसे बेतुका और झूठा करार दिया है।
यह मामला राजनीतिक रूप से भी गर्मा सकता है, क्योंकि वक्फ संपत्तियों पर लगातार उठ रहे सवालों के बीच यह मुद्दा हिंदू-मुस्लिम ध्रुवीकरण को और बढ़ावा दे सकता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि AIMIM अपने इस दावे को लेकर आगे कौन से कदम उठाती है और क्या इसे कानूनी रूप से चुनौती दी जाती है या नहीं।

VIKAS TRIPATHI
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