प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने धर्मांतरण और अवैध संपत्ति से जुड़े एक संगठित नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए मुंबई और उत्तर प्रदेश में की गई छापेमारी में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि नेटवर्क से जुड़े कई व्यक्तियों के पास करोड़ों की संपत्तियां हैं और इन गतिविधियों में दुबई, सऊदी अरब और नेपाल जैसे देशों से मिली विदेशी फंडिंग का इस्तेमाल किया गया है।
शहजाद शेख के बैंक खातों में 2 करोड़ का संदिग्ध लेन-देन
ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि मुंबई निवासी शहजाद शेख के बैंक खातों में लगभग 2 करोड़ रुपये का संदिग्ध ट्रांजैक्शन हुआ है। यह रकम नवीन रोहरा उर्फ जमालुद्दीन द्वारा ट्रांसफर की गई थी, जो धर्मांतरण मामले में मुख्य आरोपी और छांगुर बाबा का करीबी सहयोगी बताया जा रहा है।
प्रारंभिक जांच से संकेत मिले हैं कि इन पैसों का इस्तेमाल मुंबई की प्रीमियम प्रॉपर्टीज़ खरीदने में किया गया। ईडी ने शेख के बांद्रा स्थित घर पर छापा मारकर उससे पूछताछ की और बड़ी संख्या में दस्तावेज, प्रॉपर्टी पेपर्स और सरकारी रसीदें जब्त कीं। उसे समन जारी कर लखनऊ ईडी कार्यालय में आगे की पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
महंगी प्रॉपर्टीज़ और बेनामी लेन-देन का नेटवर्क
जांच में खुलासा हुआ कि शहजाद शेख ने अपनी पत्नी नाजरीन के नाम पर बांद्रा की कनाकिया पेरिस बिल्डिंग में एक फ्लैट जनवरी 2021 में रजिस्टर कराया। इसके अलावा माहीम में एक अन्य प्रॉपर्टी भी उसके नाम पर है, जिसमें फिलहाल उसकी बहन रह रही है। ईडी का शक है कि इन संपत्तियों की खरीद-फरोख्त बेनामी लेन-देन और फर्जी ट्रांजैक्शंस के जरिए की गई है।
“लैंड जिहाद” मॉडल पर काम कर रहा नेटवर्क
ईडी के अनुसार, यह नेटवर्क “लैंड जिहाद” की तर्ज़ पर काम कर रहा है, जिसमें विदेशी फंडिंग का उपयोग कर प्रॉक्सी खरीदारों के माध्यम से ज़मीन और संपत्तियों का अधिग्रहण किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में हुई कार्रवाई में जमीन से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल सबूत बरामद किए गए हैं। वहीं यूपी ATS ने भी महाराष्ट्र के पुणे, मुंबई और नागपुर में करोड़ों की रियल एस्टेट, कमर्शियल और रिहायशी संपत्तियों की जांच शुरू की है।
NGO की आड़ में हवाला नेटवर्क, इदुल इस्लाम पर शक
इस पूरे नेटवर्क में नागपुर के एक एनजीओ और छांगुर बाबा के करीबी इदुल इस्लाम पर भी निगरानी है। उन पर विदेशी फंड और हवाला लेन-देन के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। इदुल इस्लाम पर यह भी आरोप है कि उन्होंने धर्मांतरण के अभियानों के लिए विदेशों से मिले धन का दुरुपयोग किया।
गौरतलब है कि छांगुर बाबा, जिनका असली नाम जमालुद्दीन है, हाल ही में एक व्यापक धर्मांतरण नेटवर्क संचालित करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। वह विशेष रूप से अनुसूचित जाति और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को निशाना बनाकर जबरन धर्म परिवर्तन करवाता था।
निष्कर्ष
ईडी और ATS की संयुक्त कार्रवाई से स्पष्ट है कि धर्मांतरण, हवाला, मनी लॉन्ड्रिंग और बेनामी संपत्ति का यह नेटवर्क सुनियोजित और बहु-राज्यीय है, जिसे विदेशी फंडिंग का सहारा मिल रहा था। अब इस नेटवर्क के खिलाफ कानून के विभिन्न प्रावधानों के तहत कठोर कार्रवाई की तैयारी है।