दिल्ली — राजधानी के सिविल लाइंस स्थित मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के कैंप कार्यालय में बुधवार को हुए हमले के मामले में पुलिस-प्रशासन ने शीघ्र कदम उठाए हैं। हमलावर को पाँच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है और केंद्र ने जांच के मद्देनजर मुख्यमंत्री की सुरक्षा Z श्रेणी में बढ़ा दी है। मामले की जांच दिल्ली पुलिस के साथ केंद्रीय एजेंसियाँ और खुफिया विभाग भी सक्रिय रूप से कर रहे हैं।
पूछताछ और छानबीन हर दिशा से
पुलिस सूत्रों के अनुसार दिल्ली पुलिस घटना के हर एंगल से जांच कर रही है। जांच टीमों ने आरोपी (सकारिया राजेशभाई खिमजीभाई) के बयान की पुष्टि के लिए उससे चली हुई जानकारी को क्रॉस-चैक कर रही हैं। इस क्रम में इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) और अन्य केंद्रीय जांच एजेंसियाँ भी शामिल हैं। राजकोट पुलिस से भी संपर्क स्थापित किया गया है और आरोपी के राजधानी में गए सभी स्थानों पर पुलिस उससे साथ जाएगी। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या किसी स्तर पर कोई साजिश है।
मोबाइल व सोशल मीडिया की फोरेंसिक जांच
आरोपी के मोबाइल फोन की फोरेंसिक जांच कराई जा रही है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि किसी भी तरह का डेटा मिटाया या छुपाया तो नहीं गया। पुलिस को आरोपी के फोन में महादेव से जुड़े पोस्ट और अयोध्या के फोटो मिले हैं — जिनकी सत्यता की पुष्टि की जा रही है। साथ ही सोशल मीडिया ट्रैफ़ और संदिग्ध कनेक्शन की भी पड़ताल की जा रही है।
सुरक्षाकर्मियों की त्वरित कार्रवाई ने बड़ी विपत्ति टाली
मौके का निरीक्षण करने के बाद पुलिस ने बताया कि घटनाक्रम सेकेंड के फ्रैक्शन में घटा और उसी समय ऑफिस के सुरक्षा गार्डों ने त्वरित कार्रवाई की। वहां मौजूद महिला सुरक्षाकर्मियों ने भी घटना के बाद तीव्र प्रतिक्रिया दी, जिससे परिस्थिति नियंत्रण में रही।
हमलावर के पीछे की कहानी
पुलिस के मुताबिक आरोपी पशु प्रेमी है और कुत्तों को सड़क से हटाने के मुद्दे को लेकर नाराज था। राजकोट के अपने गाँव में उसने 15 से 20 कुत्ते पाल रखे हैं। पूछताछ के दौरान उसने बताया कि वह मुख्यमंत्री से इस बात की चिंता जताना चाहता था कि “तीन लाख कुत्तों की जिंदगी” दाव पर लगी है। आरोपी के फोन में ऐसी कुछ तस्वीरे और वीडियो भी बताये जा रहे हैं जिनमें मई महीने में अयोध्या जाकर बंदरों के लिए भूख हड़ताल और अन्य प्रदर्शन के दृश्य भी मौजूद हैं — जिनकी भी जांच की जा रही है।
केंद्र ने सुरक्षा बढ़ाई, VSG की तैनाती
घटना के बाद गृह मंत्रालय के निर्देश पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की VIP सुरक्षा विंग यानी VSG को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की सुरक्षा सौंपी गई है। सूत्रों के मुताबिक अब मुख्यमंत्री, उनके आधिकारिक आवास और सिविल लाइंस स्थित कार्यालय पर अर्द्धसैन्य सुरक्षा समूह द्वारा सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। बताया जा रहा है कि 22 से 25 सशस्त्र कमांडो की एक टीम 24 घंटे उनकी सुरक्षा में तैनात रहेगी। (सूत्रों के अनुसार VSG वरिष्ठ राजनैतिक हस्तियों को भी सुरक्षा प्रदान करता है।)
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने स्पष्ट किया है कि जांच अभी चल रही है और सभी संभावनाओं का पल्ला तौलने का काम जारी रहेगा — चाहे वह अकेला कृत्य हो या किसी संगठित साजिश का हिस्सा। फोरेंसिक रिपोर्ट, मोबाइल डेटा और संदिग्ध सोशल मीडिया कनेक्शन मिलने के बाद ही जांच के अगले चरणों के बारे में निर्णय लिया जाएगा।