नई दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी लगातार केंद्र सरकार पर विदेशी नेताओं से मुलाकात में बाधा डालने का आरोप लगाते रहे हैं। इसी क्रम में अब कांग्रेस ने दावा किया है कि हाल ही में राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक डिनर कार्यक्रम में भी राहुल गांधी को निमंत्रण नहीं दिया गया।
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि यह पहला मौका नहीं है, जब नेता विपक्ष को इस तरह नजरअंदाज किया गया हो। इससे पहले चिली के राष्ट्रपति के सम्मान में आयोजित भोज में भी राहुल गांधी को आमंत्रित नहीं किया गया था। कांग्रेस का आरोप है कि नेता विपक्ष के पद की गरिमा का सरकार द्वारा बार-बार अपमान किया जा रहा है।
“37 राष्ट्राध्यक्ष भारत आए, राहुल को केवल 4 से मिलने दिया गया” — कांग्रेस
कांग्रेस का कहना है कि मोदी सरकार न सिर्फ भोज कार्यक्रमों में बल्कि विदेशी नेताओं से मुलाकात कराने में भी जानबूझकर ऐतराज जताती है। पार्टी के मुताबिक, अब तक लगभग 37 राष्ट्राध्यक्ष देश के दौरे पर आए, लेकिन राहुल गांधी को सिर्फ 4 से मिलने की अनुमति दी गई।
कांग्रेस इसे विपक्ष ही नहीं, बल्कि जनता का भी अपमान बता रही है और इस मुद्दे पर बड़े स्तर पर सरकार को घेरने की तैयारी में है।
राहुल गांधी के आरोप और सरकार का जवाब
गुरुवार को राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सरकार विदेशी मेहमानों से उन्हें मिलने नहीं देती। उन्होंने दावा किया कि केंद्र सरकार नहीं चाहती कि विदेशी नेता उनसे संवाद करें।
इसके जवाब में विदेश मंत्रालय (MEA) ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए, वे मुलाकातें सार्वजनिक कीं, जिनमें राहुल गांधी की विदेशी नेताओं से भेंट करवाई गई थी। अब कांग्रेस ने राष्ट्रपति भवन के डिनर प्रोग्राम का मुद्दा उठाकर सरकार पर एक और हमला बोला है।
विपक्ष बनाम सरकार: टकराव जारी
राहुल गांधी और केंद्र सरकार के बीच यह विवाद लगातार बढ़ता दिख रहा है। कांग्रेस इस मुद्दे को संसद से सड़क तक उठाने की तैयारी में है, वहीं सरकार बार-बार इस तरह के आरोपों को आधारहीन और राजनीतिक बताती रही है।














