
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के चर्चित माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के विधायक अब्बास अंसारी को ढाई साल बाद जेल से रिहाई मिल गई है। आज शुक्रवार (21 मार्च 2025) को उन्होंने जुमे की नमाज अदा करने के बाद कासगंज जेल से बाहर कदम रखा।
सुप्रीम कोर्ट से मिली थी सशर्त जमानत
अब्बास अंसारी को विभिन्न मामलों में जेल में रहना पड़ा था। सुप्रीम कोर्ट ने 7 मार्च 2025 को गैंगस्टर एक्ट के मामले में उन्हें अंतरिम जमानत दी थी, लेकिन इसका आदेश जेल प्रशासन तक पहुंचने में 15 दिन लग गए। आदेश मिलने के बाद शुक्रवार को औपचारिकताएं पूरी कर उन्हें कासगंज जेल से रिहा कर दिया गया।
परिवार और समर्थकों में जश्न का माहौल
जेल से बाहर आते ही अब्बास अंसारी अपने परिवार से मिले, जहां का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। अब्बास के बेटे से मिलने का यह भावुक दृश्य समर्थकों के बीच चर्चा का विषय बन गया है। उनकी रिहाई के बाद परिवार के सदस्यों ने भावुक होकर गले लगाया और खुशी जाहिर की।
रमज़ान में रिहाई को ‘ईद से पहले की खुशखबरी’ बताया गया
अब्बास अंसारी की रिहाई रमज़ान के पवित्र महीने में हुई, जिससे परिवार और समर्थकों के लिए यह एक दोगुनी खुशी बन गई। जुमे के दिन रिहा होने के कारण इसे ईद से पहले की सौगात के रूप में देखा जा रहा है।
15 फरवरी 2023 से जेल में थे बंद
अब्बास अंसारी को 15 फरवरी 2023 को गिरफ्तार कर कासगंज जेल भेजा गया था। उन पर कई गंभीर मामले दर्ज थे, जिनमें गैंगस्टर एक्ट और अवैध गतिविधियों से जुड़े आरोप शामिल थे। सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बावजूद जेल से उनकी रिहाई में 15 दिन का समय लग गया।
समर्थकों ने मनाया जश्न, पुलिस सतर्क
अब्बास अंसारी की रिहाई के बाद उनके समर्थकों ने खुशी का इजहार किया और जश्न मनाया। हालांकि, कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस-प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। अधिकारियों का कहना है कि अगर कोई कानून तोड़ने की कोशिश करेगा, तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अब्बास अंसारी की रिहाई उनके परिवार के लिए एक बड़ी राहत लेकर आई है, लेकिन राजनीतिक हलकों में इस पर चर्चाएं भी तेज हो गई हैं।
