भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खरगे के हालिया बयान को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने खरगे पर देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के खिलाफ अपमानजनक और जातिवादी टिप्पणियों का आरोप लगाया है। उन्होंने इसे कांग्रेस की आदिवासी और दलित विरोधी मानसिकता का प्रमाण बताया।
“राष्ट्रपति को ‘मुरमा जी’ और कोविंद को ‘केविड’ कहना अपमानजनक”
प्रेस वार्ता में गौरव भाटिया ने कहा:“मल्लिकार्जुन खरगे ने राष्ट्रपति मुर्मू जी को बिना किसी सम्मान के ‘मुरमा जी’ कहा और उन्हें भू-माफिया तक कह दिया। यही नहीं, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ‘केविड’ कहकर अपमानित किया गया। क्या यह सिर्फ ‘स्लिप ऑफ टंग’ है, या राहुल गांधी के इशारे पर एक सोची-समझी राजनीतिक रणनीति का हिस्सा?”
भाटिया ने सवाल उठाया कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या बीजेपी से जुड़े किसी नेता ने कभी गांधी परिवार के सदस्यों के लिए इस तरह की भाषा का प्रयोग किया है?
“भू-माफिया तो नकली गांधी परिवार है”
गौरव भाटिया ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा:“अगर इस देश में कोई भू-माफिया है, तो वह रॉबर्ट वाड्रा और नकली गांधी परिवार है। जिन पर जमीन हड़पने के गंभीर आरोप लगते रहे हैं। कांग्रेस का यह दोहरा मापदंड है – एक ओर आदिवासी महिला राष्ट्रपति का अपमान, दूसरी ओर भ्रष्टाचार में डूबे अपने परिवार का बचाव।”
कांग्रेस के नेताओं के पुराने बयान भी कटघरे में
भाटिया ने कांग्रेस के अन्य नेताओं के बयानों को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा:
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी का “राष्ट्रपत्नी” वाला बयान भी महिला और आदिवासी दोनों का अपमान था।
अजय कुमार ने राष्ट्रपति के लिए “ईविल माइंडसेट” जैसे शब्दों का प्रयोग किया।
उदित राज ने राष्ट्रपति को लेकर टिप्पणी करते हुए कहा था कि “ऐसा राष्ट्रपति किसी देश को न मिले।”
गौरव भाटिया ने कहा कि ये सभी बयान कांग्रेस की मूल मानसिकता को उजागर करते हैं — जहां गांधी परिवार के बाहर किसी की सफलता स्वीकार नहीं की जाती, विशेषकर जब वह व्यक्ति पिछड़े या वंचित वर्ग से आता हो।
“अगर अधीर रंजन माफी मांग सकते हैं, तो खरगे क्यों नहीं?”
बीजेपी प्रवक्ता ने सवाल उठाया:
“जब अधीर रंजन चौधरी ने माफी मांगी थी, तो क्या अब मल्लिकार्जुन खरगे राष्ट्रपति से लिखित में माफी मांगेंगे? क्या कांग्रेस पार्टी उन्हें हटाएगी या फिर यह साफ माना जाए कि पूरा बयान राहुल गांधी के इशारे पर दिया गया था?”
राष्ट्रपति का अपमान, आदिवासी समाज का अपमान
भाजपा ने मल्लिकार्जुन खरगे के बयान को सिर्फ राजनीतिक असहमति नहीं, बल्कि संवैधानिक मर्यादा और सामाजिक सम्मान का उल्लंघन करार दिया है। गौरव भाटिया ने यह भी कहा कि देश का हर नागरिक इन बयानों से आहत है और राष्ट्रपति पद के प्रति सम्मान की रक्षा के लिए कांग्रेस को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।