नोएडा — सेक्टर 110 स्थित महर्षि आश्रम, महर्षि नगर में 16 नवंबर से 25 नवंबर तक भव्य भारत उत्कर्ष महायज्ञ आयोजित किया जाएगा। महर्षि संस्थान के तत्वावधान में होने वाले इस 10 दिवसीय वैदिक यज्ञ में 108 कुण्डों से यज्ञ अनुष्ठान संपन्न होंगे और इस महायज्ञ की विशेष घोषणा यह है कि 140 करोड़ आहुतियाँ विश्व शांति के लिए यज्ञानारायण भगवान को समर्पित की जाएँगी।
आयोजन के दौरान दर्शकों और श्रद्धालुओं के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी समृद्ध आयोजन रहेगा — कई राज्यों की विविध सांस्कृतिक झांकियाँ प्रस्तुत की जाएँगी तथा प्रतिदिन भव्य वाटर—लेज़र—लाइट—साउंड शो के माध्यम से रामायण की कथा का मनोहारी प्रस्तुतिकरण किया जाएगा, जो आयोजन का प्रमुख आकर्षण होगा।
महर्षि संस्थान के अध्यक्ष व कुलाधिपति महर्षि सूचना प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय एवं महर्षि महेश योगी रामायण विश्वविद्यालय, अयोध्या के कुलाधिपति अजय प्रसाद श्रीवास्तव ने बताया कि संस्थान सदैव जनहित, शिक्षा और अध्यात्म के समन्वय के लिए कार्यरत रहा है। उन्होंने कहा कि यह महायज्ञ केवल एक अनुष्ठान नहीं बल्कि भारत की आध्यात्मिक चेतना, सांस्कृतिक धरोहर और राष्ट्रीय एकता का जीवंत उत्सव है।
इस महायज्ञ का संरक्षण परमपूज्य अनन्त विभूषित स्वामी वासुदेवानन्द सरस्वती महाराज (जगद्गुरु शंकराचार्य, ज्योतिर्मठ बद्रिकाश्रम) द्वारा किया जा रहा है। कार्यक्रम में पावन सानिध्य के रूप में परमपूज्य जगद्गुरु रामानुजाचार्य श्री १००८ स्वामी राघवाचार्य महाराज (श्रीराम लला सेवा सदन, अयोध्या) द्वारा श्रीराम कथा का दिव्य आयोजन होगा। साथ ही जगद्गुरु रामानंदाचार्य प्रेमेश्वर पीठाधीश्वर स्वामी श्री सतीशाचार्य महाराज का भी पावन सानिध्य प्राप्त होगा।
आयोजन के महत्वपूर्ण आकर्षण और सेवाएँ:
108 कुण्डीय वैदिक यज्ञशाला जहाँ यज्ञ अनुष्ठान विश्व शांति और मानवता के कल्याण के लिए समर्पित होगा।
प्रतिदिन लेज़र, लाइट और साउंड शो तथा वॉटर शो के माध्यम से रामायण का प्रेक्षण।

कई राज्यों की सांस्कृतिक झांकियाँ और पारंपरिक प्रस्तुतियाँ।
अन्नक्षेत्र में अखण्ड भण्डारा — सभी आगंतुकों के लिए सेवा और समरसता का भाव।
श्रद्धालुओं के लिए ध्यान, वेदाध्ययन तथा सत्संग के सत्र — चेतना के उत्थान और आध्यात्मिक साधना के अवसर प्रदान करने हेतु।
कार्यक्रम के दौरान महर्षि संस्थान के वरिष्ठ पदाधिकारी और गणमान्य उपस्थित रहे — उपाध्यक्ष राहुल भारद्वाज, रामेन्द्र सचान व शिवम यादव इत्यादि आयोजन स्थल पर मौजूद रहे।
महर्षि संस्थान ने आम जनता और श्रद्धालुओं का इस पावन आयोजन में सादर निमंत्रण किया है, ताकि वे इस आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और सामूहिक शांति-समर्पण के अद्वितीय अनुभव का भाग बन सकें।














