पटियाला हाउस कोर्ट ने उसे न्यायिक हिरासत में भेजते हुए गृह मंत्रालय (MHA) के उस आदेश को लागू कर दिया है, जिसके तहत अनमोल को एक साल तक तिहाड़ जेल से बाहर नहीं ले जाया जा सकेगा। यह आदेश ठीक उसी तरह का है जैसा उसके बड़े भाई लॉरेंस बिश्नोई पर लागू है।
BNSS की धारा 303 के तहत विशेष सुरक्षा
धारा 303 के अनुसार, अगले एक वर्ष तक कोई भी राज्य की पुलिस या जांच एजेंसी अनमोल बिश्नोई की कस्टडी नहीं ले सकेगी। यदि किसी एजेंसी को उससे पूछताछ करनी है—चाहे वह मुंबई पुलिस हो, पंजाब पुलिस हो या कोई अन्य एजेंसी—तो उन्हें तिहाड़ जेल के अंदर ही पूछताछ करनी होगी।
कौन है अनमोल बिश्नोई?
अनमोल बिश्नोई, लॉरेंस बिश्नोई का भाई और उसका सबसे करीबी सहयोगी माना जाता है। अमेरिका ने हाल ही में उसे भारत डिपोर्ट किया, जिसके बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) उससे पूछताछ कर रही है। जांच में सामने आया है कि अनमोल ने अमेरिका में रहकर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए एक अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी सिंडिकेट चलाना जारी रखा और भारत में मौजूद गिरोह के गुर्गों को निर्देश देता रहा।
कई बड़े मामलों में कनेक्शन
NIA की जांच के मुताबिक, अनमोल ने गैंग के शूटरों व गुर्गों को आश्रय, लॉजिस्टिक सपोर्ट और हथियार उपलब्ध कराए। वह विदेश से ही जबरन वसूली रैकेट भी चलाता था।
उसके नाम कई गंभीर मामले दर्ज हैं, जिनमें शामिल हैं:
बाबा सिद्दीकी की हत्या का मामला
सलमान खान के घर outside फायरिंग केस
सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस
2020–2023 के दौरान गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई की आतंकवादी गतिविधियों में सक्रिय सहयोग
बाबा सिद्दीकी और सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड से जुड़ाव
बाबा सिद्दीकी की हत्या में अनमोल को मुख्य साजिशकर्ता माना जाता है। मुंबई पुलिस इस मामले में अब तक 26 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। बताया जाता है कि हत्या का कारण सलमान खान से बाबा सिद्दीकी की करीबी थी। इसके अलावा, मई 2022 में सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भी अनमोल ने अहम भूमिका निभाई। लॉरेंस बिश्नोई ने तिहाड़ जेल से ही इस मर्डर की साजिश रची थी।














