
गाजीपुर – पूर्व जिलाधिकारी आर्यका अखौरी के स्थानांतरण के बाद गाजीपुर जिले में हुए आंगनबाड़ी भर्ती घोटाले में अब पीड़ितों की नजर नए जिलाधिकारी पर टिकी है। मलेठी गांव निवासी प्रियंका मिश्रा ने सोमवार को जिलाधिकारी को शिकायती पत्र सौंपा, जिसमें गांव में हुए आंगनबाड़ी चयन में धांधली की शिकायत की गई है।
प्रियंका मिश्रा का आरोप है कि सत्यापन सूची में नाम न होने के बावजूद एक अविवाहित युवती का चयन किया गया, जबकि सूची में केवल अनीता राजभर और प्रियंका मिश्रा के नाम थे। उन्होंने यह भी बताया कि डेढ़ महीने पहले मांगी गई आरटीआई का जवाब अब तक नहीं मिला है।
प्रियंका ने बिरनो ब्लॉक के सीडीपीओ वीरमणि पर दो लाख रुपए की रिश्वत मांगने और रिश्वत न देने पर गलत चयन कराने का गंभीर आरोप भी लगाया। चयनित युवती के परिवार की आर्थिक स्थिति भी ठीक बताई गई है, जिसमें आय प्रमाणपत्र फर्जी होने की आशंका जताई गई है।
शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी ने तत्परता दिखाते हुए जांच के आदेश दिए हैं। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है।
