
Ladli behna yojna ; महाराष्ट्र में गुरुवार को देवेंद्र फडणवीस ने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इस ऐतिहासिक पल से पहले उनकी पत्नी अमृता फडणवीस ने अपनी खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा, “आज का दिन हमारे परिवार और राज्य के लिए गर्व का है। देवेंद्र फडणवीस की मेहनत और विजन ने उन्हें फिर से सत्ता में वापस लाया है।”
लाडली बहना योजना से ‘महायुति’ को मिला समर्थन
अमृता ने लाडली बहना योजना की तारीफ करते हुए कहा कि इस योजना ने महाराष्ट्र की महिलाओं को सरकार से जोड़ा है। “सभी बहनें देवेंद्र फडणवीस के साथ खड़ी हैं। यह योजना न केवल आर्थिक रूप से बल्कि सामाजिक रूप से भी महिलाओं को सशक्त बना रही है।” उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि आने वाले समय में महिलाओं की भागीदारी महाराष्ट्र की राजनीति में और बढ़ेगी।
संघर्षों से सीखा धैर्य
अमृता ने फडणवीस के संघर्षों को याद करते हुए कहा, “मैंने उन्हें नजदीक से देखा है। उनका जीवन संघर्षों से भरा रहा है। लेकिन उनका धैर्य और दृढ़ निश्चय उन्हें हमेशा आगे बढ़ाता है।” उन्होंने कहा कि फडणवीस जिस भी पद पर रहते हैं, उसे पूरी जिम्मेदारी और ईमानदारी से निभाते हैं।
सत्ता नहीं, राज्य का विकास है लक्ष्य
अमृता ने स्पष्ट किया कि सत्ता में लौटने का मतलब सिर्फ कुर्सी हासिल करना नहीं है। उन्होंने कहा, “देवेंद्र जी का लक्ष्य हमेशा से राज्य का विकास रहा है। चाहे वह नागपुर हो या मुंबई, उनके विजन और मेहनत से हर क्षेत्र में बदलाव दिखा है।”
अर्जुन की तरह टारगेट फिक्स रखने की सलाह
अमृता ने युवाओं को सलाह देते हुए कहा, “अगर आप जीवन में कुछ हासिल करना चाहते हैं, तो अर्जुन की तरह अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करें। फोकस ही सफलता की कुंजी है।”
मौसम बदल चुका है
अमृता ने बीते दिनों के संघर्षों को याद करते हुए कहा, “जब बीजेपी के साथ धोखा हुआ था, तब मैंने लिखा था- ‘पलट के आऊंगी शाखों पर खुशबुएं लेकर, खिज़ा में हूं, मौसम बदलने दो।’ आज मौसम बदल चुका है। अब न सिर्फ हम उस मुश्किल दौर से बाहर आ चुके हैं, बल्कि पहले से ज्यादा मजबूत होकर लौटे हैं।”
जनहित में लेंगे बड़े फैसले
अंत में उन्होंने कहा कि फडणवीस हमेशा जनता के हित में फैसले लेते आए हैं। “मुख्यमंत्री के तौर पर उनका हर निर्णय जनता की भलाई के लिए होगा। महाराष्ट्र को विकास के नए आयामों तक पहुंचाना उनकी प्राथमिकता रहेगी।”
अब सभी की निगाहें इस बात पर हैं कि फडणवीस अपनी नई पारी में कौन-कौन से बड़े कदम उठाएंगे और महाराष्ट्र को किस दिशा में ले जाएंगे।