पटना। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस समय बिहार की राजधानी पटना में हैं, जहाँ उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। यह प्रेस कॉन्फ्रेंस मुख्य रूप से राष्ट्रीय एकता दिवस (31 अक्टूबर) — सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती — के अवसर पर आयोजित की गई। शाह ने घोषणा की कि इस वर्ष सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर एकता नगर (केवड़िया) में भव्य परेड का आयोजन किया जाएगा। गृह मंत्री ने कहा कि आज का भारत जिस स्वरूप में मौजूद है, वह सरदार पटेल के दूरदर्शी नेतृत्व और अदम्य संकल्प का परिणाम है। उन्होंने कहा —
“562 रियासतों में बंटे भारत को एक सूत्र में पिरोना, एक सशक्त और अखंड राष्ट्र की नींव रखना — यह सब सरदार पटेल की ही देन है। महात्मा गांधी ने उन्हें ‘सरदार’ की उपाधि दी थी और आज पूरा देश उन्हें लौह पुरुष के रूप में याद करता है।”
हर साल 31 अक्टूबर को होगी भव्य परेड
अमित शाह ने बताया कि इस बार से हर वर्ष 31 अक्टूबर को एकता नगर में भव्य परेड का आयोजन किया जाएगा। यह परेड सेना, पुलिस बल और अर्धसैनिक बलों को समर्पित होगी। इसके साथ ही पूरे देश में ‘रन फॉर यूनिटी’ का आयोजन भी बड़े पैमाने पर किया जा रहा है, जिसमें लाखों नागरिक भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि देश के सभी नागरिक इस अवसर पर भारत की एकता और अखंडता की शपथ लेंगे। साथ ही “एक भारत पर्व” का आयोजन भी किया गया है, जिसमें देश की विविध सांस्कृतिक झलक देखने को मिलेगी।
आदिवासी परंपराओं के सम्मान में विशेष आयोजन
अमित शाह ने बताया कि इस अवसर पर बिरसा मुंडा की स्मृति में भी एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया है, जो आदिवासी संस्कृति और परंपराओं के गौरवशाली इतिहास को सम्मान देने का प्रतीक है।
कांग्रेस पर निशाना
अपने संबोधन में गृह मंत्री ने कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला भी बोला। उन्होंने कहा —
“यह देश का दुर्भाग्य है कि आज़ादी के बाद सरदार पटेल को भुलाने में कांग्रेस ने कोई कसर नहीं छोड़ी। न उन्हें समय पर भारत रत्न दिया गया, न कोई भव्य स्मारक बनाया गया।”
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का सपना देखा था, जो आज दुनिया की सबसे ऊँची प्रतिमा के रूप में सरदार पटेल की अमर स्मृति का प्रतीक है। शाह ने बताया कि इसके निर्माण के लिए देशभर के किसानों से लोहा एकत्र किया गया था, और अब तक ढाई करोड़ से अधिक लोग इस स्मारक को देखने पहुँच चुके हैं।
“एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की भावना को समर्पित
अंत में गृह मंत्री ने कहा कि सरदार पटेल केवल एक नेता नहीं, बल्कि एक विचारधारा हैं।
“भारत की एकता, अखंडता और संप्रभुता के लिए सरदार पटेल का योगदान अमिट है। आज का भारत, उनकी उस भावना का जीवंत उदाहरण है, जिसे उन्होंने अपने जीवन से सिद्ध किया।”














