12 जून, अहमदाबाद — दोपहर के ठीक 1:39 बजे जब मौसम साफ था और आसमान नीला, तभी नियति ने एक स्याह अध्याय लिख डाला। एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो लंदन जा रही थी, उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद अहमदाबाद के बीजे मेडिकल कॉलेज परिसर में क्रैश हो गई। यह भारत के इतिहास की सबसे भीषण विमान दुर्घटनाओं में से एक बन गई है, जिसमें अब तक कम से कम 265 लोगों की जान जा चुकी है।
हादसे की भयावहता
इस बोइंग 787 ड्रीमलाइनर में 242 लोग सवार थे, जिनमें दो पायलट, 10 क्रू मेंबर और यात्री शामिल थे। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल की बिल्डिंग भी इसकी चपेट में आ गई। उस वक्त करीब 20 मेडिकल छात्र लंच कर रहे थे — जिनमें से अधिकतर की मौके पर ही मौत हो गई।
हॉस्टल में बिखरी आधी रोटियां, उलटी पड़ी थालियां और चारों ओर फैला धुआं इस त्रासदी की खामोश चीखें बन चुकी हैं। कुछ छात्रों ने अपनी जान बचाने के लिए दूसरी मंजिल से छलांग लगा दी, लेकिन बहुत से छात्र इसका शिकार हो गए।
सरकारी प्रतिक्रिया और जांच
नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने बताया कि दुर्घटना की जांच एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) कर रहा है। साथ ही एक उच्च स्तरीय विशेषज्ञ समिति का गठन भी किया गया है जो विमानन सुरक्षा मजबूत करने के उपाय सुझाएगी।
असहनीय तापमान और राहत में बाधा
गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि विमान में 1.25 लाख लीटर फ्यूल था, जिससे लगी आग का तापमान इतना था कि किसी को बचाने की संभावना ही नहीं रही। मलबा हटाने और जले हुए शवों को पहचानने में भारी दिक्कतें आईं। अब डीएनए परीक्षण के आधार पर ही शवों की शिनाख्त हो रही है।
डीएनए से शवों की पहचान
फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी और एफएसएल की टीमें डीएनए सैंपल की जांच में लगी हैं। अधिकारियों का कहना है कि शव इतनी बुरी तरह जल गए हैं कि उनके अवशेष भी ठीक से नहीं मिले।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हादसे पर गहरा शोक जताया और भारत को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। ब्रिटेन के किंग चार्ल्स तृतीय और प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर ने भी घटना को “भयावह” बताया और शोक जताया।
राजनीतिक और प्रशासनिक संवेदनाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, “यह त्रासदी शब्दों से परे है। मैं सभी प्रभावित परिवारों के साथ हूं।” हिमाचल, कर्नाटक, पंजाब, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, सेना प्रमुख और नौसेना प्रमुखों ने भी संवेदना प्रकट की।
पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी का निधन
बीजेपी नेता सीआर पाटिल ने पुष्टि की है कि गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी मृतकों में शामिल हैं।
हॉस्टल में तबाही का मंजर
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार प्लेन डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ के आवासीय क्वार्टर से टकराया था। हादसे में कई छात्र और मेडिकल स्टाफ घायल हुए हैं। एक छात्र रमेश विश्वाश, जो 11A सीट पर बैठा था, किसी चमत्कार से बच गया।
एयर इंडिया ने हेल्पलाइन और सहायता केंद्र शुरू किए
एयर इंडिया के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन और सीईओ कैंपबेल विल्सन ने बयान जारी कर कहा कि हादसे के बाद एयरलाइन ने हेल्पलाइन शुरू की है और पीड़ितों के परिवारों के लिए विशेष सहायता टीमें गठित की हैं।
ब्लैक बॉक्स की तलाश जारी
फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (ब्लैक बॉक्स) की तलाश जारी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि दुर्घटना से पहले क्या तकनीकी या मानवीय त्रुटि हुई।