Friday, December 5, 2025
Your Dream Technologies
HomeDelhi NCRदिल्ली MCD बायइलेक्शन: BJP को बड़ा झटका, कांग्रेस की वापसी – AAP...

दिल्ली MCD बायइलेक्शन: BJP को बड़ा झटका, कांग्रेस की वापसी – AAP बरकरार

दिल्ली के नगर निगम (MCD) की 12 रिक्त सीटों पर हुए उपचुनाव के परिणाम आ गए हैं। इन नतीजों में बीजेपी के खाते में 7 सीटें आईं, आम आदमी पार्टी (AAP) 3 सीटें जीत सकी, कांग्रेस ने 1 सीट पर बाज़ी मारी और 1 सीट पर निर्दलीय विजयी हुआ। कुल मिलाकर यह उपचुनाव मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के लिए पहला बड़ा राजनीतिक परीक्षण माना जा रहा था — जिसमें बीजेपी को दो सीटों का नुकसान हुआ है।

प्रमुख अंकों की झलक

कुल सीटें (उपचुनाव): 12

परिणाम: बीजेपी — 7, AAP — 3, कांग्रेस — 1, निर्दलीय — 1

पिछली स्थिति के मुकाबले बीजेपी को 2 सीटों का घाटा: पहले वह 9 सीटों पर काबिज थी, अब 7 पर रह गई।

कांग्रेस के लिए लाभप्रद: उपचुनाव से पहले इन 12 सीटों में से किसी पर भी कांग्रेस का कब्ज़ा नहीं था; अब कांग्रेस ने 1 सीट जीती।

किसने कहाँ जीता — मुख्य बातें

चांदनी महल की सीट पर शोएब इकबाल ने विजय दर्ज की — यह AAP की पुरानी सीट थी और अब छूट गई।

चांदनी चौक भी AAP की पुरानी सीट थी, लेकिन इस बार बीजेपी ने इसे जीता।

संगम विहार की सीट पर कांग्रेस ने जीत हासिल की — यही कांग्रेस को इस उपचुनाव का लाभ मिला।

नारायणा सीट पर आम आदमी पार्टी ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई।

AAP ने इस चुनाव में कुल 3 सीटें जीतीं, पर साथ ही दो अपनी पुरानी सीटें गंवाईं — यानी औसतन मिक्स्ड परिणाम रहे। वहीं बीजेपी को कुल मिलाकर 2 सीटों का नुकसान हुआ, जो दिल्ली में सत्ता के पहले बड़े ‘लिटमस टेस्ट’ के रूप में देखा जा रहा है।

पार्टियों की प्रतिक्रिया

AAP के नेता सौरभ भारद्वाज ने चुनाव नतीजों पर गंभीर आरोप लगाते हुए वोट और चुनाव चोरी का आरोप लगाया है। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया कि कुछ क्षेत्रों में AAP की जीत पहले दिखाई दी थी, लेकिन बाद में भाजपा प्रत्याशी को जीत का सर्टिफिकेट दे दिया गया। सौरभ ने साथ ही कहा कि छोटे पैमाने के चुनाव में भी AAP ने तीन सीटों पर वही प्रदर्शन रखा जो उम्मीद थी, जबकि बीजेपी का इस्तर गिरा है और उसके कुछ बड़े नेता खुले मंचों पर धमकियाँ भी दे रहे थे — बावजूद इसके पार्टी का आंकड़ा घटा। (उपरोक्त दावे पार्टी की ओर से लगाए गए आरोपों के रूप में प्रस्तुत हैं।)

MCD में अब पार्षद संख्या

उपचुनाव के बाद MCD में पार्षदों का बंटवारा यूँ हुआ बताया जा रहा है:

बीजेपी — 123 पार्षद

AAP — 102 पार्षद

इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी — 15 पार्षद

कांग्रेस — 9 पार्षद

निहितार्थ और राजनीतिक मायने

1.बीजेपी के लिए चेतावनी: यदि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में यह पहला बड़ा चुनावी परिक्षण था, तो दो सीटों का नुकसान और कुछ पार्श्व-प्रतिक्रियाएँ संकेत देती हैं कि दिल्ली में स्थानीय स्तर पर चुनौतियाँ हैं।

2.AAP की स्थिति जटिल: भले ही AAP ने 3 सीटें हासिल कीं, पर अपनी पारंपरिक दो सीटें हारना उसके लिए चिंता का विषय हो सकता है — खासकर स्थानीय वोट बैंक और संगठनात्मक मजबूती पर असर के लिहाज से।

3.कांग्रेस के लिए उम्मीद की किरण: 12 में से 1 सीट जीतकर कांग्रेस ने जीरो से एक पर कदम रखा है — यह छोटे पैमाने पर सकारात्मक नतीजा माना जा सकता है।

4.स्थानीय राजनीति में बदलाव: MCD में कुल संतुलन और पार्षदों की संख्या का तालमेल अब महापौर और निगम के फैसलों पर असर डाल सकता है; भविष्य में गठबंधन और वोटिंग पैटर्न पर यह असर डालेगा।

दिल्ली के 12 MCD उपचुनावों ने साफ़ किया कि लोकल राजनीति में गतिशीलता अभी बरकरार है — बड़े दलों को भी लगातार चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है और छोटे बदलाव भी शासन-प्रशासन तथा स्थानीय नीतियों को प्रभावित कर सकते हैं। अब राजनीतिक दलों के लिए अगले कदम और जुबानी एवं संगठनात्मक प्रतिक्रियाएँ देखने वाली होंगी।

- Advertisement -
Your Dream Technologies
VIKAS TRIPATHI
VIKAS TRIPATHIhttp://www.pardaphaas.com
VIKAS TRIPATHI भारत देश की सभी छोटी और बड़ी खबरों को सामने दिखाने के लिए "पर्दाफास न्यूज" चैनल को लेके आए हैं। जिसके लोगो के बीच में करप्शन को कम कर सके। हम देश में समान व्यवहार के साथ काम करेंगे। देश की प्रगति को बढ़ाएंगे।
RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments

Call Now Button