संसद के शीतकालीन सत्र से पहले सोनिया गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस की रणनीतिक समिति की बैठक रविवार को संपन्न हुई। हालांकि, इस अहम बैठकों से कांग्रेस सांसद शशि थरूर लगातार दूसरी बार नदारद रहे, जिससे राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाज़ार गर्म है।
थरूर की अनुपस्थिति को लेकर सवाल उठने लगे, लेकिन उनकी टीम की ओर से स्पष्टीकरण दिया गया है। बताया गया कि वे इस समय केरल में अपनी 90 वर्षीय मां की देखभाल में व्यस्त हैं और साथ ही स्थानीय निकाय चुनावों में पार्टी के लिए प्रचार भी कर रहे हैं। इसी कारण वे बैठक में शामिल नहीं हो सके। जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल भी चुनावी व्यस्तताओं के चलते बैठक में नहीं पहुंच पाए।
SIR मुद्दे वाली बैठक से भी थे अनुपस्थित
इससे पहले भी शशि थरूर विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) पर बुलाई गई कांग्रेस की महत्वपूर्ण बैठक में शामिल नहीं हुए थे। उस समय उन्होंने खराब स्वास्थ्य का हवाला दिया था। हालांकि बैठक से एक दिन पहले वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में मौजूद थे और बाद में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पीएम की तारीफ भी की थी, जिसके बाद से उनकी राजनीतिक मंशा को लेकर सवाल उठने लगे।
क्या बदल रहा है राजनीतिक समीकरण?
थरूर द्वारा कांग्रेस की बड़ी बैठकों से दूरी बनाए रखने और समय-समय पर प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा करने पर अब राजनीतिक अटकलें तेज हो गई हैं। चर्चा ये भी है कि वे आने वाले दिनों में अपनी राजनीतिक दिशा में बड़ा बदलाव कर सकते हैं। इसी क्रम में कयास लगाए जा रहे हैं कि शशि थरूर भविष्य में बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। हालांकि इस संबंध में थरूर की ओर से अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।














