सरकार ने माना आतंकी हमला, अब तक 18 से अधिक गिरफ्तारियां
देश की राजधानी दिल्ली में सोमवार शाम हुए ब्लास्ट को लेकर जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। सरकार ने इसे आतंकी हमला करार दिया है। वहीं, i20 कार चलाने वाले शख्स की पहचान भी अब पूरी तरह से स्पष्ट हो गई है। जांच एजेंसियों ने DNA रिपोर्ट के आधार पर पुष्टि की है कि कार में सवार युवक डॉक्टर उमर ही था।
DNA रिपोर्ट से हुई पुष्टि
सूत्रों के मुताबिक, डॉक्टर उमर की मां के DNA सैंपल्स को कार के अंदर से मिली हड्डियों और दांतों के सैंपल्स से मिलाया गया। दोनों सैंपल्स पूरी तरह से मैच कर गए। रिपोर्ट से यह भी सामने आया है कि विस्फोट के वक्त उमर का पैर स्टीयरिंग व्हील और एक्सीलेरेटर के बीच फंस गया था, जिसके कारण वह बाहर नहीं निकल सका।
धमाके से पहले हुई थीं कई गिरफ्तारियां
जांच एजेंसियों के अनुसार, धमाके से पहले देशभर में कई संदिग्धों की गिरफ्तारी हुई थी। पुलिस ने अलग-अलग राज्यों से भारी मात्रा में विस्फोटक और हथियार भी बरामद किए थे। ऐसा माना जा रहा है कि इन कार्रवाइयों से उमर घबरा गया था, और इसी डर के चलते उसने जल्दबाजी में इस घातक घटना को अंजाम दिया।
दो साल से जमा हो रहा था विस्फोटक
फरीदाबाद से गिरफ्तार डॉ. शाहीन शाहिद ने पूछताछ में खुलासा किया कि वह पिछले दो सालों से विस्फोटक सामग्री जमा कर रही थी। जांच में यह भी पता चला है कि इन डॉक्टर्स का पूरा नेटवर्क फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी से संचालित हो रहा था।
अब तक 18 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि कई संदिग्धों से पूछताछ जारी है।
घायलों से मिले प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान दौरे से लौटने के तुरंत बाद LNJP अस्पताल पहुंचकर घायलों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि “देश पर हमला करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।”














