पटना: बिहार में विधानसभा चुनावी माहौल चरम पर है। नेता एक दिन में कई-कई जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं और इसके लिए लगातार हवाई मार्ग का सहारा लिया जा रहा है। इसी सिलसिले में शुक्रवार को पटना हवाई अड्डे पर एक दिलचस्प नज़ारा देखने को मिला — जनशक्ति जनता दल के संस्थापक तेज प्रताप यादव और भाजपा सांसद रवि किशन आमने-सामने आ गए।
दोनों नेताओं को साथ देखकर वहां मौजूद लोगों और मीडिया में तुरंत चर्चाओं का दौर शुरू हो गया। कैमरों के फ्लैश के बीच जब दोनों मुस्कराते हुए बातचीत करते बाहर निकले, तो पत्रकारों ने सवालों की झड़ी लगा दी कि क्या यह किसी नए राजनीतिक समीकरण की आहट है?
चुनावी प्रचार के बीच हुई मुलाकात
तेज प्रताप यादव इन दिनों अपने नवगठित दल जनशक्ति जनता दल के प्रत्याशियों के समर्थन में लगातार सभाएं कर रहे हैं। शुक्रवार को वे भी दिनभर के चुनावी कार्यक्रमों के बाद पटना लौटे थे। वहीं, भाजपा सांसद रवि किशन ने पूर्वी और पश्चिमी चंपारण में एनडीए उम्मीदवारों के पक्ष में रैलियों को संबोधित किया।
“बीजेपी और पीएम मोदी के दरवाज़े सभी भक्तों के लिए खुले हैं” – रवि किशन
पत्रकारों ने जब रवि किशन से तेज प्रताप के साथ मुलाकात को लेकर सवाल पूछा, तो उन्होंने मुस्कराते हुए कहा, “कुछ भी हो सकता है। बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भोलेनाथ के उन सभी भक्तों के लिए दरवाज़े खुले रखते हैं, जो निस्वार्थ भाव से देशसेवा करना चाहते हैं और किसी निजी स्वार्थ के लिए राजनीति में नहीं हैं।”
“जो बेरोजगारी दूर करेगा, मैं उसके साथ हूं” – तेज प्रताप यादव
तेज प्रताप यादव ने मुलाकात को महज़ संयोग बताया। उन्होंने कहा,“मैं रवि किशन जी से पहली बार मिल रहा हूं। भगवान शिव की भक्ति में हम दोनों एकमत हैं — दोनों माथे पर टीका लगाते हैं।”
जब उनसे पूछा गया कि क्या वे भाजपा के साथ जा सकते हैं, तो तेज प्रताप ने सीधे-सीधे कुछ नहीं कहा। उनका जवाब था —“जो भी बेरोजगारी दूर करेगा, मैं उसी के साथ हूं।”
इस पर रवि किशन ने हंसते हुए कहा,“यह उनका बड़ा दिल है, जो सबकी प्रशंसा अर्जित कर रहा है।”
सियासत में नई समीकरणों की चर्चा
तेज प्रताप यादव, जो कभी भाजपा और आरएसएस के कड़े आलोचक माने जाते थे, अब अपने नए राजनीतिक दल के साथ सक्रिय हैं। ऐसे में उनकी रवि किशन से हुई यह आकस्मिक मुलाकात बिहार की राजनीति में नई चर्चाओं और संभावनाओं को हवा दे रही है।














