वजीरगंज — उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को चारा घोटाले को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव और महागठबंधन पर तीखा हमला बोला। वजीरगंज विधानसभा क्षेत्र में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने बिहार के दूसरे चरण के मतदान (11 नवंबर) का जिक्र करते हुए मतदाताओं से महागठबंधन को मौका न देने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने कहा, “पहले चरण में कांग्रेस ने तो जानवरों का चारा ही खा लिया। अब अगर उन्हें मौका मिला तो वे गरीबों का राशन हजम कर देंगे।” उन्होंने कांग्रेस और राजद पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी सहयोगी समाजवादी पार्टी (सपा) ने माफियाओं को सरकारी और गरीबों की जमीनों पर अवैध निर्माण की अनुमति दी थी।
योगी ने लखनऊ के उदाहरण का हवाला देते हुए बताया कि सपा शासन के दौरान एक माफिया गठबंधन ने गरीबों और सरकारी जमीन पर ‘किले जैसे’ ऊँचे आवास बनवा दिए थे। उन्होंने कहा, “जब हमारी सरकार आई तो हमने कहा — बुलडोजर की कार्रवाई होनी चाहिए।” मुख्यमंत्री के अनुसार, जिन जमीनों पर पहले गरीबों के छोटे-छोटे घर थे, वहां रिकॉर्डिंग व नीतिगत लापरवाही के कारण अब ऊँची इमारतें बन गई थीं।
ये टिप्पणी सीएम के उस कार्यक्रम के बाद आई है जिसमें उन्होंने लखनऊ में सरदार वल्लभभाई पटेल आवास योजना के तहत फ्लैटों का उद्घाटन किया। अधिकारियों के अनुसार ये फ्लैटें माफिया से वापस ली गई जमीन पर बनाई गई हैं और 72 निम्न-आय परिवारों को आवंटित की जाएँगी। उद्घाटन के मौके पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उन्हें भाग्यशाली महसूस हो रहा है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन वे उन आवासों के आवंटन कार्यक्रम में मौजूद हैं, जो अतिक्रमण मुक्त करवाई गई जमीन पर बने हैं।
रैली में मुख्यमंत्री ने मतदाताओं से कहा कि बिहार में महागठबंधन को मौका देने का अर्थ होगा—गरीबों के अधिकारों और राशन की रक्षा में कमी। उन्होंने विपक्षी दलों पर भ्रष्टाचार और माफिया-रिश्तों के आरोप दोहराए और कहा कि उनकी सरकार कानून और व्यवस्था के साथ-साथ गरीबों के हितों की रक्षा करने में सक्षम है।














